कृषि वित्त पोषण के लिए ‘कोलेटरल’ प्रबंधन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सोहन लाल कमोडिटी मैनेजमेंट (एसएलसीएम) ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ रणनीतिक साझेदारी की बुधवार को घोषणा की।बैंक ऑफ बड़ौदा के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के माध्यम से अपनी फसलों के बदले ऋण प्राप्त करने में मदद मिलेगी किसानों को,
भंडारण प्रबंधन करने वाली एसएलसीएम ने बताया, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 73 प्रतिशत बढ़कर 11,952 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 6,911 करोड़ रुपये थी।
संदीप सभरवाल एसएलसीएम समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने कहा कि कंपनी की एग्री रीच प्रौद्योगिकी तथा भौतिक अवसंरचना से ‘डिफॉल्ट’ जोखिम को कम करने और कृषि परिवेश के लिए वित्तीय पहुंच में सुधार करने में मदद मिलेगी।कंपनी 19 भारतीय राज्यों में 17,000 से अधिक गोदामों और 36 ‘कोल्ड स्टोरेज’ सुविधाओं का संचालन करती है। कपास, दालों और मक्का सहित 1,080 से अधिक वस्तुओं का प्रबंधन करती है।