मनोरंजन l पुष्पा 2: द रूल’ ने रिलीज होते ही बॉलीवुड से लेकर साउथ तक के एक्टर्स और मेकर्स के पसीने छुड़ा दिए हैं. पहले दिन झन्नाट कलेक्शन के साथ फिल्म ने 10 ऐसे रिकॉर्ड बनाए, जो आज तक बड़े बड़े दिग्गज एक्टर नहीं कर सके. साल 2024 की सबसे धमाकेदार फिल्म के एक सीन की जबरदस्त चर्चा हो रही है. 6 मिनट के एक सीन को लोग भूल नहीं पा रहे है और ये फिल्म की यूएसपी कही जा रही हैं. वो सीन कौई औऱ नहीं बल्कि ‘गंगम्मा जतारा’ सीन, जिसमें अल्लू अर्जुन एकदम अलग रूप में दिखाई दे रहे हैं.
नीले रंग में फुल मेकअप, पैर में घुंघरूं, साड़ी, ढेर सारे गहने और माला, कान में झुमके और नाक में बुलाक पहने अल्लू अर्जुन ने सभी को हैरान किया. ये फिल्म का सीटीमार सीन कहा गया. क्या आप जानते हैं 6 मिनट के इस सीन के लिए मेकर्स ने 60 करोड़ की भारी-भरकम रकम खर्च की है. फिल्म को देखने के बाद हर तरफ ये चर्चा है कि आखिर ‘गंगम्मा जतारा’ क्या है.
पुष्पा 2 का ‘जतारा’ सीन एक धार्मिक उत्सव से जुड़ा है, जिसे ‘तिरुपति गंगम्मा जतारा’ कहते हैं, जो तिरुपति के मूल निवासियों द्वारा मनाया जाता है. यह एक वार्षिक उत्सव है, जो हर साल मई के पहले पखवाड़े में मनाया जाता है. गंगम्मा को श्री वेंकटेश्वर की छोटी बहन के रूप में पूजा जाता है. इस उत्सव के पीछे महिलाओं के सम्मान से जुड़ी एक पुरानी कहानी है. जतारा के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम देवी गंगम्मा को भगवान वेंकटेश्वर की ओर से एक शुभ उपहार ‘पेरिसु’ भेजता है, जिसमें साड़ी, हल्दी, कुमकुम, चूड़ियां जैसे श्रृंगार रखे जाते हैं.
देवी गंगम्मा को धन्यवाद देने के लिए तिरुपति के मूल निवासी हर साल उत्सव मनाते हैं, जिसके हिस्से के रूप में भक्त मंदिर तक पैदल चलते हैं. पुरुषों द्वारा साड़ी पहने की रस्म को पेरेंटालु वेशम कहा जाता है, जो परंपरागत रूप से कैकला कबीले के द्वारा किया जाता है. चार दिनों तक चलने वाले उत्सव ‘गंगम्मा जतारा’ के आखिरी दिन पुरुष पूजा करने के लिए महिलाओं के वेश में मंदिर जाते हैंपुरुष पूजा करने के लिए महिलाओं के वेश में जाते हैं मंदिर.