दुर्ग l छत्तीसगढ़ राज्य की विश्व विख्यात पंडवानी गायिका पद्मश्री-पद्मभूषण-पद्म विभूषण तीजन बाई का स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है. हैरान करने वाली बात है कि पिछले 9 महीने से उन्हें पेंशन भी नहीं मिल रही है. यानी स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब होती जा रही है. इसे लेकर अब परिजन उनके इलाजे के लिए परेशान हो रहे हैं. परिजनों का कहना है कि अगर सरकार से मदद नहीं मिली, तो इलाज करना दुश्वार हो जाएगा. इस मामले को कलेक्टर का कहना है कि उनके लिए डॉक्टर नियुक्त किया गया है. वहीं, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि तीजन बाई के इलाजे के लिए तो सरकार को खुद ही आगे आना चाहिए. उन्होंने छत्तीसगढ़ को पूरे विश्व में पहचान दिलाई.
पंडवानी गायिका तीजन बाई के परिजनों का कहना है कि पिछले कुछ सालों से उनके स्वास्थ्य लगातार गिरावट आ रही है. पिछले दो दिनों से उनका बीपी भी बढ़ा हुआ है. उन्हें हर महीने 5 हजार रुपये की पेंशन मिलती थी, वह पिछले मार्च से नहीं मिली है. इस वजह से इलाज में और दिक्कत आ रही है. परिजन बताते हैं कि उनका इलाज जमा पूंजी से कराया जा रहा है. तीजन बाई के पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनका पत्र अभी तक रायपुर के संस्कृति विभाग नहीं पहुंचा है. इस बीच संस्कृति विभाग ने तीजन बाई के परिवार से कहा कि एक बार और आवेदन भेज दीजिए. इसलिए परिवार के सदस्य अब एक बार फिर पत्र भेजने की तैयारी कर रहे हैं.
परिजनों का कहना कि डॉक्टरों की टीम उनकी देखरेख करती है, लेकिन यह टीम लगातार नहीं आती है. डॉक्टर कभी-कभार ही उन्हें देखने घर आते हैं. इस मामले को लेकर कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी का कहना है कि तीजन बाई के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार दिखाई दे रहा है. उनको पिछले 9 महीने से जो पेंशन नहीं मिली है, वह अब मिलने लगेगी. सरकार उन्हें 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी देगी. उनके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए मेडिकल टीम बनाई गई है. यह टीम रोज उनके घर जाकर चेकअप करेगी. तीजन बाई की फिजियोथैरेपी के लिए स्पेशल डॉक्टर भी नियुक्त किया गया है.