खेल l भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज हारने के बाद नए संकट में घिरती नजर आ रही है. टीम इंडिया को नए कप्तान की दरकार है, लेकिन उसके लिए सटीक विकल्प की कमी दिख रही है. यह स्थिति 10 साल में पहली बार पैदा हुई है, जब क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को कप्तान चुनने के लिए मशक्कत करनी होगी. भारत को अगला टेस्ट मैच अब जून में इंग्लैंड के खिलाफ खेलना है, जिसमें रोहित का खेलना तय नहीं है.
भारतीय टीम जब अगला टेस्ट मैच खेलेगी, जब तक मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा 38 साल के हो चुके होंगे. ऐसे में अगर भारतीय बोर्ड नए कप्तान के साथ इस सीरीज में उतरे तो हैरानी नहीं होनी चाहिए. जैसा कि सुनील गावस्कर ने सिडनी टेस्ट के बाद कहा कि भारत को अब डब्लयूटीसी 2025-27 की तैयारी में जुट जाना चाहिए. अगर बीसीसीआई इसी दिशा में आगे बढ़ता है तो उसे नया कप्तान चुनना ही होगा.रोहित शर्मा खराब फॉर्म की वजह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच नहीं खेले. इसके बाद से उनके संन्यास की बातें होने लगीं. हालांकि, हिटमैन ने वापसी की बात कही है, लेकिन यह इतना आसान नहीं होगा. डब्लयूटीसी 2025-27 साइकल के लिए भारतीय टीम नए कप्तान के साथ जाना चाहेगी ताकि कम से कम अगले दो साल उसे लीडरशिप को लेकर ना सोचना पड़े.
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने हार्दिक पंड्या से टी20 टीम की कप्तानी इसी आधार पर छीनी थी कि वे हर मैच में उपलब्ध नहीं रहते हैं. उनकी फिटनेस शंका के घेरे में रहती है. इसी आधार पर बेहतरीन रिकॉर्ड के बावजूद हार्दिक पंड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को कप्तान बना दिया गया. ऐसे में बुमराह को टेस्ट टीम का नियमित कप्तान बनाए जाने की संभावना कम है. हां, उन्हें कुछ वक्त के लिए यह जिम्मेदारी जरूर दी जा सकती है.
भारतीय टीम 10 साल में पहली बार ऐसी स्थिति में है, जब उसे नया कप्तान चाहिए और उसके लिए सर्वमान्य विकल्प नहीं है. टेस्ट टीम की कप्तानी में कुल मिलाकर तीन नाम रेस में दिखते हैं. इनमें पहला नाम जसप्रीत बुमराह का है. इस नाम पर सर्वसम्मिति बनने में तो कोई मुश्किल नहीं होगी, लेकिन भारतीय मैनेजमेंट वर्कलोड के तहत उन्हें यह जिम्मेदारी से बचना चाहेगा. सबने देखा कि बुमराह फिटनेस की वजह से सिडनी टेस्ट अधूरा छोड़ बैठे.