कारोबार l शेयर बाजार में आज फिर से गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि, मार्केट में गिरावट कोई नई बात नहीं है लेकिन इस बार की बिकवाली के पीछे चीन में मिले HMPV वायरस भी एक वजह है. ऐसे में निवेशकों को कोरोना काल जैसे हालात का डर सता रहा है. क्योंकि, फरवरी और मार्च 2020 के दौरान भी भारत में पहला कोरोना वायरस का केस मिलने के बाद गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ था और इसके बाद कोविड-19 के चलते भारत समेत ग्लोबल मार्केट में जबरदस्त बिकवाली हावी हुई थी.
मार्केट एक्सपर्ट भी एचएमपीवी वायरस से जुड़े मामलों पर चिंता जाहिर कर रहे हैं. दरअसल, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में एचएमपीवायरस के दो मामलों का पता लगाया है.बाजार में गिरावट का एक और कारण अर्निंग सीजन शुरू होने को माना जा रहा है. आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की 9 जनवरी को शुरू होने वाली तीसरी तिमाही के नतीजे पेश करेगी. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने रॉयटर्स को बताया, “मजबूत अमेरिकी डॉलर और उच्च मूल्यांकन के कारण बाजार में बिकवाली की भावना बनी हुई है.”
इसके अलावा, डॉलर की मजबूती भी शेयर बाजार के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है.दरअसल, निवेशक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को लेकर एक और अधिक स्पष्ट नजरिये का इंतजार कर रहे हैं. इस वजह से फिलहाल, डॉलर मजबूती के साथ ट्रेड कर रहा है.
बता दें कि आज बाजार के हर सेक्टर में बिकवाली हावी है. सबसे ज्यादा गिरावट सरकारी बैंकों में देखने को मिल रही है. इसके बाद निफ्टी मेटल, निफ्टी रियल्टी, निफ्टी एनर्जी और बैंक निफ्टी समेत सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं.