- जबसे कांग्रेस पैदा हुई, वह कभी सरदार वल्लभ भाई पटेल के रास्ते पर नहीं चली।
- नेहरू जी ने भी सरदार वल्लभभाई पटेल का और उनकी नीतियों का खुला विरोध किया।
- इंदिरा जी ने खुला विरोध किया,सोनिया जी और राहुल गांधी जी आज दिनांक तक खुला विरोध करते आ रहे।
- कांग्रेस कभी भी न तो सरदार वल्लभभाई पटेल को स्वीकार कर सकती, न बाबासाहब अंबेडकर को स्वीकार कर सकती।
- कांग्रेस न नेताजी सुभाष चंद्र बोस, न लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, न लाल-पाल-बाल को कभी स्वीकार कर सकती।
- कांग्रेस उन देशभक्तों का हमेशा अपमान करती रही है, जिनने जीवन पूरा देश के लिए दिया है। चाहे सरदार वल्लभभाई पटेल हों, बाबा साहब अंबेडकर हों, नेताजी सुभाष चंद्र बोस हों, या लाल-पाल-बाल हों ।
- ये सब वो महापुरुष थे जिनने डंके की चोट पर कहा कि हम रहें या न रहें देश रहना चाहिए।
- नेहरू जी ने हमेशा कहा देश रहे न रहे मेरी सत्ता हमेशा रहनी चाहिए।
- इसी का परिणाम ये रहा कि देश का विभाजन हुआ।
- देश का विभाजन यदि हुआ तो इसके जिम्मेदार दो लोग हैं, एक जिन्ना और दूसरे पंडित जवाहरलाल नेहरू।
- दोनों सत्ता के भूखे थे, दोनों के कारण भारत माता का विभाजन हुआ।
