चारधाम यात्रा की तैयारियाँ अब अंतिम दौर में हैं… और श्रद्धालुओं में भी यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड जारी होने लगे हैं। ग्रीन कार्ड वाहन स्वामियों के लिए एक तरह का सुरक्षा प्रमाणपत्र है, जो यात्रा के दौरान बसों की तकनीकी जांच और मानकों का पालन सुनिश्चित करता है।

वही यात्रा की तैयारियों को लेकर परिवहन विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। हल्द्वानी परिवहन विभाग के मुताबिक इस बार चारधाम यात्रा में करीब 1800 बसें यात्रियों के सफर को सुगम और सुरक्षित बनाएंगी।
वहीं, कुमाऊं मंडल से भी 80 से 100 बसों को चारधाम यात्रा के लिए रवाना किया जाएगा। इस संबंध में कुमाऊं यूनियन को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
परिवहन विभाग का दावा है कि इस बार यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाएगी। बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट, ड्राइवरों के मेडिकल टेस्ट और सभी सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
हर वर्ष लाखों श्रद्धालु देवभूमि की ओर रुख करते हैं… और इस बार भी उम्मीद है कि भगवान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन करने वालों के लिए यात्रा का ये अनुभव सुखद और यादगार रहेगा।