रायपुर l गुरूवार को गौरेला विकासखण्ड के कलस्टर ग्राम पंचायत जोगीसार में सुशासन तिहार के तृतीय चरण में समाधान शिविर आयोजित किया गया। इस कलस्टर पंचायत में 14 ग्राम पंचायत-भदौरा, ललाती, खोडरी, बढ़ावनडांड, ठेंगाडांड, गौरखेड़ा, जोगीसार, सधवानी, करगीखुर्द, उमरखोही, डुगरा, बेलपत, बनझोरका एवं नेवरी नवापारा के ग्रामीणों द्वारा सुशासन तिहार के प्रथम चरण में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई।

शिविर में कलेक्टर, जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सभी विभागों के अधिकारियों ने उनके विभाग से संबंधित प्राप्त आवेदनों की संख्या और प्रत्येक आवेदन के निराकरण की स्थिति से पंचायतवार आवेदकों को जानकारी दी। साथ ही स्टाल लगाकर विभागीय योजनाओं, योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्रता एवं आवेदन करने की प्रक्रिया आदि की जानकारी दी।

जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा ने कहा कि सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को दिलाने के लिए कड़ी धूप और भीषण गर्मी में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे शिविर में जाकर अपनी समस्याओं का समाधान कराएं। यह उनके लिए अच्छा मौका है,
क्योंकि सभी विभागों के अधिकारी एक ही स्थान पर उपस्थित रहते हैं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य ने कहा कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों में पंचायत विभाग को अधिकांश आवेदन पीएम आवास के मिले हैं। लगभग 11 हजार आवेदन आवास से संबंधित है। जिले में लगभग 40 हजार आवास के लिए नवीन सर्वे हुआ है। आवास की स्वीकृति मिलने पर सभी आवेदनों का निराकरण हो जाएगा। उन्होंने पूर्व में स्वीकृत आवासों के निर्माण में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के लिए जनप्रतिनिधियों से सुझाव एवं सहयोग के लिए आग्रह भी किया।
सुशासन तिहार के पहले चरण में मांगों एवं शिकायतों से संबंधित प्राप्त आवेदनों पर क्या कार्रवाई की गई है, कि जानकारी दी जा रही है।कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि समाधान शिविर में उन्होंने बताया कि जोगीसार कलस्टर में शामिल पंचायतों से कुल 4898 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 4885 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है।
शेष 13 आवेदन राजस्व विभाग से संबंधित है, जिनका प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। ईश्तहार जारी होने के बाद इनका भी निराकरण किया जाएगा और आवेदकों को निराकरण की सूचना भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिविर में आवेदनों के निराकरण की जानकारी के साथ ही विभागीय योजनाओं की भी जानकारी दी जा रही है। शिविर का उद्देश्य योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और अंतिम छोर तक पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।