सरकार के भरोसे की कुर्सी पर बैठे कुछ अधिकारी अब जांच एजेंसियों के घेरे में हैं। मंगलवार सुबह की शुरुआत इन अफसरों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही, जब,लोकायुक्त की टीम ने एक साथ 8 अफसरों के कई ठिकानों पर छापेमारी कर दी। नतीजा — आलीशान बंगले, नकद की गड्डियां और तिजोरियों में छिपी बहुमूल्य धातुएं!

मामला है आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का। लोकायुक्त की स्पेशल यूनिट ने एक साथ बेंगलुरु, शिमोगा, धारवाड़, गडग, चिक्कमगलुरु और कलबुर्गी जैसे कई जिलों में यह कार्रवाई अंजाम दी। जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई, वे सभी ऊंचे पदों पर कार्यरत हैं — लेकिन अब इनकी संपत्ति की चमक उनके करियर पर भारी पड़ रही है।
जिनके दरवाजे खटखटाए गए, उनमें शामिल हैं:
प्रकाश – AE, BBMP, गोविंदराजनगर, बेंगलुरु
डॉ. एस. प्रदीप – एसोसिएट रिसर्च डायरेक्टर, जैविक खेती, शिमोगा
लता मणि – लेखा अधिकारी, चिक्कमगलुरु
केजी अमरनाथ – मुख्य अधिकारी, आनेकल नगर पालिका
ध्रुवराज – टाउन पुलिस इंस्पेक्टर, गडग
अशोक वलसांड – इंजीनियर, मलाप्रभा परियोजना, धारवाड़
मल्लिकार्जुन अलीपुर – पूर्व इंजीनियर, आरडीपीआर, कलबुर्गी
रामचंद्र – पीडीओ, कलबुर्गी
छापे में बरामद हुआ क्या?
सोने और चांदी के आभूषण
अघोषित नकदी और बैंक दस्तावेज
भूमि के कागजात
कीमती वस्तुओं की लिस्टिंग अभी जारी है
धारवाड़ में इंजीनियर अशोक वलसांड के आलीशान बंगले की चमक और अंदर छिपी संपत्ति ने जांच टीम को भी चौंका दिया। वहां से बड़ी मात्रा में कीमती धातुएं और लग्जरी सामान बरामद हुआ।