- विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने Passport Seva 2.0 लॉन्च किया है, जिसमें e-passports पेश किए गए हैं। इसमें अंतर्निर्मित चिप के माध्यम से सुरक्षा बढ़ी है और mPassport पुलिस ऐप के ज़रिये वेरिफ़िकेशन तेज होगा। अब आवेदन प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और डिजिटल हो गई है.

- 📘 क्या है Passport Seva 2.0?
यह भारत सरकार की दूसरी पीढ़ी की पासपोर्ट सेवा प्रणाली है – जिसे PSP Version 2.0 कहा गया है, और इसे 13वें Passport Seva Divas (25 जून 2025) पर लॉन्च किया गया। इसके ज़रिए अब तकनीकी उन्नयन, बेहतर सुरक्षा और बेहतर सेवाओं की व्यवस्था की गई है ।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे “EASE” का नया ढांचा बताया –
E: Enhanced services (डिजिटल इकोसिस्टम),
A: AI‑powered delivery,
S: Smoother travel with e‑Passports,
E: Enhanced data security ।
🔐 e‑Passport क्या है और इसके क्या फायदे हैं?
e‑Passport में पासपोर्ट के पीछे RFID चिप और एंटीना लगे होते हैं, जो व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक डेटा (फोटो, फिंगरप्रिंट, जन्म तिथि आदि) एन्क्रिप्टेड रूप में स्टोर करते हैं ।
इसके फायदे:
सुरक्षा में वृद्धि – फर्जीवाड़ा कम और डेटा सुरक्षित ।
अंतरराष्ट्रीय मानकों का अनुपालन – ICAO मानकों के अनुरूप, जिससे कई देशों में ई‑गेट से तेज़ इमीग्रेशन संभव ।
फास्ट ट्रैवेल – एयरपोर्ट पर तेज़ पर्सोनल वेरिफ़िकेशन ।
🗺️ चरणबद्ध रोल‑आउट
पायलट संचालन:
अप्रैल 2024 से नागपुर और भुवनेश्वर रीज़नल पासपोर्ट ऑफिस (RPO) में शुरू ।
मई–मार्च 2025 के दौरान 13 शहरों में विस्तार: नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, गोवा, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, रांची, और दिल्ली तक पहुंची सुविधा।
पूरा देश:
अब पूरे भारत में PSP 2.0 की शुरुआत हो चुकी है – भारतीय मिशनों और उच्चायोगों के लिए इसका ग्लोबल पायलट भी चल रहा है ।
लक्ष्य है 2025 के मध्य तक national रोल‑आउट ।
🏢 सुधारित सेवा और नवीनीकरण
mPassport Police App से पुलिस सत्यापन समय अब सिर्फ 5–7 दिनों में हो रहा है, 25 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में लागू ।
Digilocker इंटीग्रेशन: सभी दस्तावेज़ डिजिटल तरीके से जमा कर सकते हैं।
नई सुविधाएँ:
मोबाइल वैन सेवा,
10 नए Post Office Passport Seva Kendras (POPSKs) (जैसे कुशीनगर में 450वां),
अब तक 523 PSKs पहुँच चुके हैं (2014 में 77 थे) ।
🏆 परिणाम और महत्व
पासपोर्ट संख्याओं में वृद्धि: 2014: 0.91 करोड़ → 2024: 1.46 करोड़; 63% उछाल (2022 में 13.32 मिलियन पासपोर्ट जारी) ।
सुरक्षा व सुविधा: e‑Passport और AI-संचालित प्रक्रिया से डेटा चोरी, फर्जीवाड़ा और कागजी झंझट कम हुआ। नियमित यात्रियों के लिए अंतिम दस्तावेज़ीकरण सुव्यवस्थित हुआ।
✅ संक्षेप में
पहल
विवरण
Passport Seva 2.0
उन्नत डिजिटल मंच, AI सेवाएं और ग्लोबल पायलट
e‑Passport
RFID चिप, तेज और सुरक्षित यात्रा
सेवा सुधार
5–7 दिन में पुलिस वेरिफ़िकेशन, डिजिटल डॉक्यूमेंट
फेज़बद्ध लागू
पहले 13 शहरों में, अब देशभर में रोल‑आउट
सेवा पहुंच
523 PSKs, 450+ POPSKs, मोबाइल वैन सेवा