- Maruti Suzuki अब अपनी कारों की डिलीवरी का 35% हिस्सा 2030–31 वित्तीय वर्ष तक भारतीय रेल के माध्यम से भेजने की योजना बना रही है।
- कंपनी ने कारखानों में दूसरा रेलवे साइडिंग स्थापित किया है, जिससे लॉजिस्टिक लागत में कमी और कार्बन उत्सर्जन में भी रियायत निश्चित होगी

रेल द्वारा वाहन भेजने की रणनीति
- वर्तमान स्थिति:
- FY24 में वाहन वितरण में से 24% रेल मार्ग से हुआ, जो FY15 में केवल 5% था .
- FY25 में Maruti ने 5.18 लाख वाहन रेलवे के माध्यम से भेजे — अब तक कुल 24 लाख (FY14–25) .
- भविष्य लक्ष्य (FY31):
- FY30–31 तक वाहन वितरण का 35% हिस्सा रेल से भेजा जाएगा .
- यह वृद्धि महज सौम्य नहीं—बल्कि रोड ट्रैफिक को भारी कम करते हुए लॉजिस्टिक में टिकाऊ मोड़ होगी।
🏭 नई साइडिंग: मानesar फ़ैक्टरी में महारथ
- दूसरी इन-प्लांट रेलवे साइडिंग:
- गुजरात की पहली साइडिंग (Mar 2024) के बाद महासार संयंत्र में दूसरी स्थापित की गई .
- यह 46 एकड़ में फैली, पूरी तरह इलेक्ट्रिफाइड, 4 रेक ट्रैक + 1 इंजन ट्रैक सहित कुल 8.2 किमी रेल लाइन के साथ बहु-रूट क्षमता वाली सुविधाशील संरचना है .
- 4.5 लाख वाहनों की वार्षिक क्षमता वाली यह सुविधा HORC (Haryana Orbital Rail Corridor) का हिस्सा है.
- निवेश:
- HORC निर्माण में ₹325 करोड़ और यार्ड विकास में ₹127 करोड़ कुल ₹452 करोड़ का निवेश किया गया .
🌿 पर्यावरण एवं लागत में लाभ
- CO₂ उत्सर्जन में कटौती: अनुमानित 1.75 लाख टन वार्षिक कमी .
- ईंधन बचत: लगभग 60 मिलियन लीटर डीजल की बचत होगी .
- ट्रकों की संख्या में कमी: लगभग 65,000 ट्रक यात्राओं की जगह ट्रेनों ने ले लीं .
- सड़क ट्रैफिक में राहत: NH-8 जैसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक और प्रदूषण कम होगा .
🌐 वितरण नेटवर्क और क्षमता
- 17 लॉजिस्टिक हब और 380+ शहरों में रेल द्वारा वाहन पहुंचाए जाएंगे, साथ ही मुंद्रा और पिपावाव जैसे बड़े बंदरगाहों पर निर्यात की सुविधा होगी .
✅ संक्षेप सार
पहल | विवरण |
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रेल मार्ग से वितरण | FY31 तक 35%, वर्तमान 24% (FY24), FY15 में 5% |
साइडिंग सुविधा | गुजरात + महासर संयंत्र में दो, 46 एकड़, 8.2 किमी ट्रैक |
निवेश | ₹452 करोड़ |
पर्यावरण लाभ | 1.75 लाख टन CO₂ कटौती, 60 मिलियन लीटर ईंधन बचत |
लॉजिस्टिक लाभ | 65,000 ट्रक यात्राएं कम, 380+ शहर, 17 हब, निर्यात पोर्ट |
🧭 यह क्यों महत्वपूर्ण है?
- कार्बन न्यूट्रल और सस्टेनेबल लॉजिस्टिक की दिशा में ठोस कदम
- लॉजिस्टिक लागत में कमी और समय की बचत
- मार्गों पर ट्रैफिक और प्रदूषण में कमी
- PM GatiShakti राष्ट्रीय मल्टीमोडल लॉजिस्टिक नेटवर्क रणनीति का पूरक