भारत के खेल इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है — नीरज चोपड़ा क्लासिक, जो आज (5 जुलाई 2025) से बेंगलुरु के श्री कांतिरावा स्टेडियम में शुरू हुआ। यह प्रतियोगिता भारत की पहली वर्ल्ड एथलेटिक्स कंटिनेंटल टूर सिल्वर इवेंट है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त एलीट-लेवल प्रतियोगिताओं में से एक है।

🔶 इस इवेंट का महत्व:
- नीरज चोपड़ा के नाम पर पहली अंतरराष्ट्रीय ट्रैक एंड फील्ड प्रतियोगिता भारत में आयोजित हो रही है।
- यह मुकाबला World Athletics Continental Tour Silver Series का हिस्सा है, जो डायमंड लीग से बस एक पायदान नीचे की रैंकिंग में आता है।
- इससे भारत को भविष्य में और भी बड़े एथलेटिक इवेंट्स (जैसे कि डायमंड लीग) आयोजित करने का रास्ता मिल सकता है।
🏅 कौन-कौन ले रहा है भाग:
- भारत के स्टार एथलीट्स: तेजिंदरपाल सिंह तूर (शॉट पुट), अब्दुल्ला अबूबक्कर (ट्रिपल जंप), प्रजक्ता गोदबोले (100 मीटर), जिनसन जॉनसन (1500 मीटर) आदि।
- विदेशी खिलाड़ी: जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे देशों के कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी भाग ले रहे हैं।
📍 प्रमुख स्पर्धाएं:
- भाला फेंक (Javelin Throw) – जिसमें नीरज चोपड़ा खुद भाग नहीं ले रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय एथलीट इसमें भाग लेंगे।
- 100m, 200m, 400m दौड़, ट्रिपल जंप, हाई जंप, लॉन्ग जंप, डिस्कस थ्रो, शॉट पुट आदि कुल मिलाकर 17 ट्रैक और फील्ड इवेंट्स।
🇮🇳 भारत के लिए क्या फायदा?
- यह प्रतियोगिता भारतीय खिलाड़ियों को घर पर ही विश्व स्तरीय अनुभव देने का मौका है।
- युवा एथलीटों को प्रेरणा मिलेगी कि वे ओलंपिक जैसे मंच पर सोचें और तैयारी करें।
- भारत अब विश्व एथलेटिक्स संघ (World Athletics) के नक्शे पर और मजबूती से उभरेगा।