महासमुंद जिले में आज कलेक्टर द्वारा पिथौरा ब्लॉक में औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य और सरकारी कार्यों की स्थिति का जायजा लिया। यह कदम प्रशासन की जवाबदेही और सेवाओं में सुधार की प्रतिबद्धता का संकेत है।
🩺 1. पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण
- कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्र में OPD सेवाएं, वार्ड, लैब और प्रसव कक्ष का चुस्त निरीक्षण किया। उन्होंने दवाओं की उपलब्धता, टीकाकरण की स्थिति, और गर्भवती महिलाओं की देखभाल की जानकारी ली।
- उनकी निगरानी में भी खराब टाइल लगाई गई दीवारों को ठीक करने और आक्सीजन प्लांट संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए। उन्होंने अस्पताल कर्मचारियों से बात कर सेवा में सुधार की संभावना पर भी विचार किया।

🏫 2. अन्य सरकारी संस्थानों की स्थिति भी जाँची
- निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आत्मानंद स्कूल और बिहान योजना अंतर्गत स्वयं-निर्भरता मिशन केंद्र का भी दौरा किया। उन्होंने इन केंद्रों में सुविधाओं, संचालन एवं उपयोगकर्ता अनुभव पर सवाल उठाए।
- साथ ही उन्होंने राजस्व कार्यालय, धान खरीदी केंद्र और तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्रों का भी बिना पूर्व सूचना निरीक्षण किया, ताकि लोकल सरकारी योजनाओं की स्थिति वास्तविक समय में जाँची जा सके।
🧭 3. मुख्य निर्देश और प्राथमिकताएँ
- स्वास्थ्य सेवाओं में सतत सुधार लाने हेतु कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए:
- आनंदी प्रसव और होम डिलीवरी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करना।
- दवाइयों और टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और उनका समयबद्ध वितरण।
- स्वास्थ्य केंद्रों में साफ-सफाई, इंजीनियरिंग मरम्मत और मरीजों की शिकायतों की तत़्काल सुनवाई को प्राथमिकता देना।
- उन्होंने अन्य विभागीय सेवाओं में भी गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने के निर्देश जारी किए।
📝 4. निष्कर्ष
- यह औचक निरीक्षण दर्शाता है कि महोदय केवल रिपोर्ट देखकर संतुष्ट नहीं हैं, बल्कि स्थल पर जाकर स्थितियों की वास्तविक स्थिति समझना चाहते हैं।
- इससे स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्य सेवाओं, योजना क्रियान्वयन और सरकार की नामी मदों में सलाह-मशविरा और जवाबदेही की प्रक्रिया मजबूत होगी।