झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष को दिल्ली बुलाया गया, राहुल गांधी इसके मुखिया होंगे — RIMS विवाद के बीच ऐसा बुलावा क्यों आया और इसमें क्या है खास?

🏛️ क्या हुआ?
- बुधवार 14 जुलाई 2025 को AICC मुख्यालय, नई दिल्ली में एक बैठक हुई।
- इसमें शामिल थे:
- कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष Mallikarjun Kharge
- नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी
- झारखंड से आए 16 कांग्रेस विधायक, दो सांसद, और राज्य इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारी
⚠️ क्या है RIMS विवाद?
- झारखंड के RIMS (Rajendra Institute of Medical Sciences), रांची में छात्रों–कर्मचारियों की शिकायतों के चलते हंगामा हुआ था।
- Allegations में शामिल हैं:
- संसाधनों की कमी, अस्पताल की स्थापना का सही रूप से उपयोग न होना,
- एडमिशन प्रक्रिया, और मेडिकल सुविधाओं के बंटवारे को लेकर असंतोष।
अभी तक मीडिया में RIMS विवाद का कोई बड़ा पब्लिक अपडेट सामने नहीं आया, लेकिन अंदरूनी तौर पर राज्य इकाई के भीतर असंतोष की ख़बरें थीं।
🔍 बैठक में क्या हुआ?
- झारखंड कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति, पूरे राज्य में पार्टी की कार्य क्षमता और RIMS विवाद सहित स्थानीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
- पार्टी नेतृत्व ने धाराशीलता, गठबंधन तालमेल, और स्थानीय कल्याणकारी एजेंडों (जैसे PESA, Sarna Code) को आगे बढ़ाने पर जोर दिया ।
🎤 राहुल गांधी की भूमिका:
- राहुल गांधी ने बैठक की अध्यक्षता की, और उन्हें बताया गया कि रायशुमारी, जनसमस्याओं और सरकारी जवाबदेही पर कांग्रेस को सक्रिय और मुखर होना चाहिए।
- RIMS विवाद संभवतः एक मांगपत्र (शिकायत–विवाद) के रूप में देखा गया, जिसे विपक्ष को रैली करनी है।
🎯 क्यों अहम है यह बैठक?
- झारखंड में कांग्रेस JMM गठबंधन की साझी सरकार का हिस्सा है।
- RIMS विवाद जैसे मुद्दे से सरकार की छवि प्रभावित हो सकती है। इसलिए AICC के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली में बैठक इसे सुधारने, लोगों को आश्वस्त करने और राजनीतिक नुकसान से बचने का कदम माना जा सकता है।
✅ क्या निकला नतीजा?
- बैठक के बाद AICC नेताओं द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं से ज़ोरदार संगठनात्मक पुनर्गठन, जनसंवाद बढ़ाने, और राष्ट्रीय एजेंडा (Sarna Code, PESA) को धरातल पर पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई गई।
- स्पष्ट संकेत दिया गया: झारखंड कांग्रेस अब अधिक मसबूत, जवाबदेह और अलर्ट राजनीतिक भूमिका में होगी।
📌 सारांश:
- झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष, विधायक और सांसदों को AICC मुख्यालय में बुलाकर राहुल गांधी और खarge की बैठक आयोजित की गई।
- मुख्य मुद्दों में RIMS विवाद, संगठन में सुधार, गठबंधन नेतृत्व और सामाजिक–राजनीतिक प्रगति शामिल थे।
- यह कदम कांग्रेस की दबाव-प्रबंधन रणनीति और विधानसभा चुनावों से पहले साक्ष्य संकलन और अभियान तैयारियों का हिस्सा माना जा सकता है।
कुल मिलाकर, राहुल गांधी की यह बैठक RIMS विवाद को महत्वपूर्ण लोक–स्वास्थ्य मुद्दा के रूप में पेश करते हुए कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।