सूरत में डाक विभाग ने Advanced Postal Technology (APT) सिस्टम शुरु कर दिया है । इसमें QR‑वाले पेमेंट, रियल‑टाइम ट्रैकिंग और तेज़ इंटरफेस शामिल हैं। शुरुआत में एक दिन सर्विस रुकी, लेकिन अब यह नई सुविधाओं के साथ सभी डाकघरों में उपलब्ध है।

पोस्टल सिस्टम में आधुनिक तकनीक का आगमन – APT सिस्टम की शुरुआत
📍 स्थान: सूरत, गुजरात
🗓️ तारीख: जुलाई 2025
✨ क्या है APT सिस्टम?
APT यानी Advanced Postal Technology — यह भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा लाया गया एक नया डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका उद्देश्य डाक सेवाओं को तेज़, पारदर्शी और डिजिटल रूप से सक्षम बनाना है। इसकी शुरुआत गुजरात के सूरत शहर से हुई है और जल्द ही यह पूरे देश में लागू किया जाएगा।
🔍 APT सिस्टम की प्रमुख विशेषताएँ:
🔹 1. QR‑कोड आधारित पेमेंट सिस्टम
- डाक सेवाओं के भुगतान अब UPI या QR कोड स्कैन करके डिजिटल रूप से किए जा सकते हैं।
- इससे नकद लेन-देन की आवश्यकता कम होगी और भुगतान अधिक तेज़ व सुरक्षित होंगे।
🔹 2. रियल‑टाइम ट्रैकिंग सुविधा
- अब ग्राहक अपने डाक पार्सल, रजिस्टर्ड पोस्ट, स्पीड पोस्ट आदि को रियल टाइम ट्रैक कर सकेंगे।
- इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और भरोसे में सुधार होगा।
🔹 3. तेज़ और आधुनिक इंटरफेस
- डाकघर में काउंटर पर लगने वाला समय घटेगा।
- कर्मचारियों को एक स्मार्ट डैशबोर्ड मिलेगा, जिससे सेवाएं तुरंत प्रोसेस की जा सकेंगी।
🔹 4. स्मार्ट एनालिटिक्स और डेटा प्रबंधन
- डाक विभाग अब डिजिटल रूप से पार्सल ट्रैफिक, डिलीवरी टाइम और उपभोक्ता प्रतिक्रिया को रिकॉर्ड कर सकेगा।
- इससे नीति निर्माण और प्रदर्शन विश्लेषण में मदद मिलेगी।
⚠️ शुरुआत में क्या दिक्कतें आईं?
- APT के रोलआउट के पहले दिन तकनीकी गड़बड़ियों के कारण सूरत के कई डाकघरों में सेवा बंद रही।
- QR पेमेंट सर्वर कुछ समय के लिए डाउन था।
- लेकिन अगले दिन तक अधिकांश समस्याएँ सुलझा ली गईं और सिस्टम फुली ऑपरेशनल हो गया।
📈 भविष्य की योजना:
- सरकार का लक्ष्य है कि APT को 2025 के अंत तक पूरे देश के सभी 1.5 लाख डाकघरों में लागू किया जाए।
- इसके बाद इसमें AI-आधारित डिलीवरी प्रेडिक्शन, व्हाट्सऐप ट्रैकिंग, और इंटरनैशनल डाक एकीकरण जैसी सुविधाएं भी जोड़ी जा सकती हैं।
✅ निष्कर्ष:
लाभार्थी | लाभ |
---|---|
आम नागरिक | पारदर्शिता, तेज़ डिलीवरी, आसान भुगतान |
डाक कर्मचारी | सरल संचालन, कम समय में ज़्यादा सेवा |
सरकार | सेवा गुणवत्ता में सुधार, डिजिटल इंडिया को बढ़ावा |