शराब घोटाला मामला में बड़ी कार्रवाई हुई है — पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। आइए विस्तार से समझते हैं पूरा मामला:

🔍 मामला क्या है?
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा रही है। इस घोटाले में करोड़ों रुपये के लेन-देन और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। कहा जा रहा है कि शराब कारोबार में घोटाला करके अवैध कमाई की गई, और इसका लाभ सत्ता से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों तक पहुंचा।
👤 चैतन्य बघेल की भूमिका:
- चैतन्य बघेल, जो कि भूपेश बघेल के बेटे हैं, उन पर आरोप है कि वे इस पूरे आर्थिक लेन-देन की कड़ी से जुड़े हुए हैं।
- ED ने उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया।
- प्रारंभ में ED रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई।
- पूछताछ के बाद अब उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, यानी उन्हें अब जेल में रहना होगा।
⚖️ कोर्ट की कार्यवाही:
- चैतन्य बघेल को रायपुर की विशेष PMLA कोर्ट में पेश किया गया।
- ED ने आगे की रिमांड की मांग नहीं की, इसलिए कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत (जेल भेजना) का आदेश दिया।
- उनकी जमानत याचिका की स्थिति पर अभी सुनवाई होनी बाकी है।
🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- कांग्रेस पार्टी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
- पार्टी का कहना है कि पूर्व CM के परिवार को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
- वहीं, भाजपा और राज्य सरकार का दावा है कि कानून अपना काम कर रहा है, और भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
📌 अगला कदम क्या हो सकता है?
- चैतन्य बघेल की जमानत याचिका पर जल्द सुनवाई संभव है।
- ED की ओर से इस मामले में और लोगों को पूछताछ या गिरफ्तारी के लिए बुलाया जा सकता है।
- पूरे शराब घोटाले में अभी और खुलासे होने की संभावना है।