भोपाल के एक निजी कॉलेज में हुए दर्दनाक गैंगरेप के मामले में फरहान खान और साहिल खान के खिलाफ विशेष POCSO कोर्ट (न्यायाधीश नीलम मिश्रा) ने आरोप तय कर दिए हैं। इस केस की अगली सुनवाई अब 25 जुलाई 2025 को होगी, जब अदालत गवाहों की सूची पेश करने पर विचार करेगी

📌 प्रमुख तथ्य
👤 आरोपित और उनके संबंध
- फरहान खान और साहिल खान को आरोपी माना गया है—इन पर आरोप है कि उन्होंने दो बहनों (जिनमें से एक नाबालिग) से दोस्ती का झांसा देकर बलात्कार, ब्लैकमेल, और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया ।
📄 आरोपों का स्वरूप
- FIR के अनुसार आरोप है कि फरहान ने पीड़िताओं को ड्रगिंग करके, फिर उनका वीडियो बना कर ब्लैकमेल किया।
- FIR में बलात्कार के साथ‑साथ धर्म परिवर्तन का भी दबाव डालने के आरोप शामिल हैं ।
- इस मामले में लगभग छह पीड़िताओं ने शिकायत दर्ज की, मामले में متعدد थाना—बागसेवनिया, अशोका गार्डन, जहाँगीराबाद—में FIR दर्ज की जा चुकी है ।
🧾 साक्ष्य और फॉरेंसिक
- पुलिस ने चालान दस्तावेज अदालत में जमा किया, जिसमें लगभग 57 गवाहों के बयान और फॉरेंसिक रिपोर्ट भी शामिल थे।
⚖️ अदालत की कार्रवाई और अगली सुनवाई
- विशेष POCSO अदालत (न्यायाधीश नीलम मिश्रा) ने POCSO एक्ट के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं।
- अदालत का अगला स्लेट: 25 जुलाई 2025 को गवाहों की सूची पर विचार और उन्हें सुनवाई के लिए बुलाया जाना ।
- कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक, चूंकि साक्ष्य और पीड़िता के बयान पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, इस स्थिति में सजा का प्रावधान लगभग सुनिश्चित माना जा रहा है।
🔍 व्यापक पहलुओं पर ध्यान
विषय | विवरण |
---|---|
लापरवाही की जांच | NHRC ने शुरुआती जांच में चूक की बात कही है और गहन जांच की सिफारिश की है । |
धार्मिक दबाव | विवादास्पद रूप से आरोप लगाया गया कि आरोपितों ने धार्मिक परिवर्तन का दबाव भी बनाया, जिससे केस और जटिल बन गया । |
✅ निष्कर्ष
- फरहान और साहिल पर आरोप तय हो गए हैं—जिसके चलते अब सबसे महत्वपूर्ण अगला कदम 25 जुलाई की अदालत होगी।
- अदालत गवाहों से सुनवाई करेगी और आगे की मुकदमेबाज़ी इसी पर निर्भर करेगी।
- वस्तुतः सजा की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और केस की गंभीरता देखते हुए इसकी आगे की परिणति पर लोगों की नजरें बनी हुई हैं।