मुंगेली l मुंगेली जिले में अटल डिजिटल सुविधा केंद्रों (Atal Digital Facility Centers) की स्थापना से ग्रामीणों को डिजिटल सेवाओं के माध्यम से सशक्तिकरण की राह पर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

📍 मुंगेली में पहल की शुरुआत
- राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (24 अप्रैल 2025) के अवसर पर मुंगेली जिले के तीन विकासखंडों—मुंगेली, लोरमी, और पथरिया—के प्रत्येक में 10‑10 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सुविधा केंद्रों की शुरुआत की गई ।
- इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से किया।
🛠️ कौन‑सी सेवाएं मिल रही हैं?
इन केंद्रों से अब ग्राम पंचायत स्तर पर ही ग्रामीण लोग निम्न सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं:
- बैंकिंग कार्य: पेंशन, महतारी वंदन, पीएम किसान निधि, एटीएम से नकद आहरण और फंड ट्रांसफर जैसी सुविधाएँ
- सरकारी प्रमाण पत्र: जन्म-मृत्यु, जाति, निवास, आय, राशन कार्ड आदि प्रमाणपत्रों की प्रक्रिया
- अन्य डिजिटल सुविधाएं: डिजिलॉकर, ई‑गवर्नेंस, ट्रैवल टिकट बुकिंग, छात्रवृत्ति आवेदन, दस्तावेज़ प्रिंटिंग, मोबाइल/TV रिचार्ज और डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण
🌾 ग्रामीणों को कैसे लाभ मिल रहे हैं?
- समय की बचत: अब दस्तावेज़ बनवाने या योजनाओं का लाभ लेने के लिए जिला या विकासखण्ड तक लंबा सफर नहीं करना पड़ता
- खर्च में कमी: यात्रा न करना, बैंक में भीड़ से बचना और खर्च बचाना एक बड़ी राहत बना है
- डिजिटल साक्षरता व आत्मनिर्भरता: ग्राम में ही डिजिटल साक्षरता सीखने तथा लोकल वाहन चलाने वाले वीएलई (VLE) की भूमिका से रोजगार व आत्मनिर्भरता का अवसर मिल रहा है
⚙️ संचालन और विस्तार की रूपरेखा
- सर्विस प्रदाता वीएलई और सरपंच के बीच MOU के माध्यम से केंद्रों का संचालन सुनिश्चित किया गया है ।
- प्रथम चरण में 1460 केंद्र शुरू किए गए; अगले 6 महीनों में 5000 और केंद्र का लक्ष्य रखा गया है, और 24 अप्रैल 2026 तक प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक सेंटर स्थापित करने की योजना है
📊 मुंगेली जिले में विशेष तौर पर
विकासखंड | कुल केंद्र | प्रमुख पंचायतें |
---|---|---|
मुंगेली | 10 | चकरभठा, छटन, चिरहुला आदि |
लोरमी | 10 | बोड़तराकला, डिंडौरी, गोड़खाम्ही आदि |
पथरिया | 10 | मोहभट्ठा, भटगांव, चंदखुरी आदि |
इन केंद्रों का उद्घाटन ग्राम पंचायत पदमपुर में आयोजित कार्यक्रम द्वारा किया गया, जिसमें जिला पंचायत सीईओ व अन्य प्रतिनिधि प्रतिभागी थे ।
कार्यक्रम दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से जल संरक्षण अभियान ‘मोर गांव–मोर पानी’ में भाग लेने की भी अपील की
🎯 सशक्तिकरण का योगदान
- सरकार की योजनाओं की सीधी पहुंच – म्हातार वंदन, पेंशन, पीएम किसान निधि आदि का लाभ सीधे घर पर मिलना।
- शहरी सुविधाओं का ग्रामीण वितरण – बैंकिंग, प्रमाणपत्र, रिचार्ज, टिकट बुकिंग जैसी सुविधाएँ गावों में ही उपलब्ध।
- डिजिटल साक्षरता व रोजगार – वीएलई के जरिए ग्रामीणों को डिजिटल साक्षरता और रोजगार दोनों का अवसर।
- जल संरक्षण व सामाजिक चेतना – केंद्र उद्घाटन के साथ ‘मोर गांव–मोर पानी’ अभियान का महत्त्व भी जोड़ा गया।
✅ निष्कर्ष
मुंगेली में अटल डिजिटल सुविधा केंद्र योजना ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है। इससे ग्रामीण इलाकों में डिजिटल क्रांति आ रही, बजट की बचत हो रही, और रोजगार के अवसर गढ़े जा रहे हैं। यही नहीं, यह ग्रामीण जीवन को अधिक सुगम, सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।