1. 🎯 अत्याधुनिक तीरंदाजी केंद्र (Archery Centre)
- जशपुर जिले में आदिवासी समुदाय विशेषकर PVTG ‘पहाड़ी कोरवा’ के बच्चों के लिए एक आधुनिक आर्चरी सेंटर स्थापित किया गया है। यहाँ युवाओं को बाण-दंड अभ्यास की आधुनिक तकनीक मिलने लगी है। इस केंद्र में प्रारंभिक चयन प्रक्रिया के बाद लगभग 8–10 बच्चों को आवासीय रूप से ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है।
- केंद्र में अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ पोषण और रहने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। कई प्रशिक्षणार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते हैं।
- ध्रुवश और दीपिका कुमारी जैसे उच्च कोटि के खेल विशेषज्ञों ने इस सेंटर का दौरा किया और बच्चों को तकनीकी सलाह दी, जिससे सेंटर की गुणवत्ता एवं प्रभाव दोनों बढ़े।
2. 📚 पुस्तकालय और शिक्षा सुधार
- मुख्यमंत्री साय ने शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार की दिशा में Shala Pravesh Utsav जैसे कार्यक्रमों के ज़रिए जशपुर को शिक्षा का हब बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने स्थानीय भाषा में द्विभाषी पुस्तकों पर काम शुरू कराया और विद्यालयों को तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए।
- पुस्तकालय और पाठ्य सामग्री को स्थानीय परिवेश के अनुसार ढालने के प्रयास राज्य सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से किए जा रहे हैं। कम से कम 18 स्थानीय भाषा एवं बोली में पुस्तकें प्रकाशित की जा चुकी हैं।

3. 🩺 मेडिकल यूनिट (स्वास्थ्य सुविधा)
- जशपुर प्रशासन ने जन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए जिले में स्वास्थ्य जांच शिविर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुधार, और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत मेडिकल यूनिट के विस्तार की पहल की है। हालाँकि, इसकी सीधी खासी सूचना समाचारों में नहीं मिली लेकिन जिला स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा सुधार के क्रम स्पष्ट हैं।
4. 🛠️ स्किल डेवलपमेंट सेंटर (Vocational & Business Skill Training)
- व्यापारिक व व्यावसायिक कौशल प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने नव गुरुकुल फाउंडेशन के सहयोग से 18–21 महीने की आवासीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। इसमें कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, व्यवसाय कौशल और रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण शामिल हैं, ताकि आदिवासी व ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
- साथ ही, राष्ट्रीय अपराधक्षमता योजना (Skill Development Plan) के अंतर्गत विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री योजना के तहत भर्ती व प्रशिक्षण की प्रक्रिया भी चल रही है — यह संकेत देता है कि कौशल विकास पर सरकारी ध्यान प्रवाहित है।
🗂️ सारांश — एक नजर में
पहल | क्या है | लाभ एवं उद्देश्य |
---|---|---|
तीरंदाजी केंद्र | आदिवासी युवाओं के लिए ट्रेंनिंग | ओलंपिक व राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु तैयारी, समावेशी खेल विकास |
पुस्तकालय & शिक्षा सुधार | स्थानीय भाषा आधारित शिक्षा, द्विभाषी पाठ्य करना | ग्रामीण‑आदिवासी शिक्षा सशक्तिकरण, समग्र ज्ञान वृद्धि |
मेडिकल यूनिट | स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण | आदिवासी क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य तक पहुँच |
स्किल सेंटर्स | व्यवसाय एवं तकनीकी प्रशिक्षण | युवाओं के कौशल विकास से रोजगार और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित |
✅ निष्कर्ष
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई में जशपुर को एक स्किल, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल के समग्र विकास क्षेत्र के रूप में आकार दिया जा रहा है।
- आदिवासी युवाओं को आधुनिक तीरंदाजी प्रशिक्षण, व्यावसायिक कोर्स, शैक्षिक संसाधन और स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराकर राज्य सरकार उन्हें सशक्त भविष्य की ओर ले जा रही है।
- ये प्रयास क्षेत्रीय शोषण और पिछड़ापन मिटाकर आदिवासी समुदायों को नई उड़ान और सम्मान देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।