🏛️ CM साय के संदेश की मुख्य बातें
1. हस्तशिल्प, बुनाई और रेशम उत्पादों को वैश्विक बाज़ार मिलेगी पहुँच
सीएम साय ने मंत्रालय (ग्रामोद्योग विभाग) की समीक्षा बैठक में स्पष्ट कहा कि:
- राज्य के पारंपरिक कारीगर, जैसे बुनकर, रेशम व हथकरघा के उत्पादक, अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहुँच बना सकते हैं।
- रेशम, हस्तशिल्प, खादी, हथकरघा और मिट्टी कला से जुड़े उत्पादों के लिए निर्यात और ऑनलाइन मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
2. MSME व ग्रामोद्योग को FTA से नई उड़ान
- उन्होंने कहा कि इन कारिगर समुदायों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता व विपणन रणनीति से सशक्त बनाया जाएगा।
- विशेष रूप से हथकरघा/रेशम उत्पादों में ब्रांडिंग और प्रमोशन को बढ़ावा देने की रणनीति तय की गई है ताकि ये प्रतिनिधित्व कर सकें भारत‑यूके समझौते के तहत संभावित निर्यात का लाभ।
3. किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हित में निर्णय
- UK FTA से कृषि क्षेत्र को जोड़कर रोज़गार और आय बढ़ाने के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं, विशेषकर छत्तीसगढ़ जैसे कृषि-प्रधान प्रदेश में।
- छत्तीसगढ़ सरकार पहले ही रायपुर एयरपोर्ट में इंटरनेशनल कार्गो सुविधा शुरू करने की तैयारी कर रही है, जो किसानों को सीधे विदेशों तक फसल निर्यात करने का मार्ग प्रस्तुत करेगी।
4. युवाओं के लिए वैश्विक उद्योग अवसर
- CM साय ने बताया कि स्किल्ड युवाओं को तैयार करने के लिए टेक्सटाइल, हस्तशिल्प और डिज़ाइन‑स्किल क्षेत्र में निवेश और प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है।
- उदाहरण के तौर पर, नवा रायपुर में NIFT कैंपस की स्थापना और CMAI के सहयोग से टेक्सटाइल एंड अपैरल फैसिलिटेशन सेंटर स्थापित करने की योजनाएँ हैं, जिससे युवाओं को स्थायी रोजगार और निर्यात केंद्रित कौशल मिल सके।
🌍 India‑UK FTA: राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक अवसर — छत्तीसगढ़ के संदर्भ में
- इस समझौते से भारत के लगभग 99 % निर्यात उत्पाद यूके में बिना आयात शुल्क पहुंच सकेंगे—जिसमें कपड़ा, चमड़ा, ज्वेलरी, समुद्री उत्पाद, इंजीनियरिंग वस्तुएँ शामिल हैं।
- किसानों और मत्स्य एवं कृषि समुदाय के लिए करीब 95 % कृषि उत्पादों पर ड्यूटी मुक्त सुविधा प्राप्त होगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा।
- MSME, बुनकर, महिला उद्यमी, युवा वर्ग के लिए विशेष अवसर खुलेंगे—विशेषकर टेक्सटाइल, फुटवियर, leather, gems & jewellery, toys, marine-sector आधारित उद्योगों में।
- सेवाएँ (services), जैसे IT, स्वास्थ्य, कला एवं रचनात्मक पेशे, अब यूके में छोटे वीजा सुविधा एवं न्यू सोशल सिक्योरिटी एक्सेम्प्शन के तहत व्यापक रूप से निर्यात चुनाव बनाएंगी।
🧩 सारांश: FTA से छत्तीसगढ़ को कैसे मिलेगा लाभ?
लाभार्थी समूह | अवसर के मुख्य स्रोत |
---|---|
बुनकर, हस्तशिल्प कारीगर | संसाधन निर्यात, वैश्विक बाज़ार, ब्रांडिंग व ऑनलाइन बिक्री |
किसान / मत्स्य उत्पादक | UK तट पर निर्यात के लिए tariff-free कृषि उत्पाद |
युवाओं और MSME | कौशल विकास, टेक्सटाइल और डिज़ाइन उद्योगों में रोजगार और निवेश |
राज्य अर्थव्यवस्था | निर्यात वृद्धि, रोजगार सृजन, विदेशी पूंजी प्रवाह और उद्योग संवर्धन |
✅ निष्कर्ष
- CM विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि भारत‑यूके मुक्त व्यापार समझौता छत्तीसगढ़ के लिए एक नए युग की शुरुआत है, जिसमें किसान, बुनकर और युवा वैश्विक बाज़ार का हिस्सा बन सकते हैं।
- राज्य सरकार किसानों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक जोड़ने, हस्तशिल्प उद्योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने, और युवाओं को स्किल्ड रोजगार के लिए तैयार करने की रणनीति पर काम कर रही है।
- ये पहल राज्य को न केवल ‘टेक्सटाइल और हस्तशिल्प हब’ के रूप में स्थापित करेगी, बल्कि इसे देश के MSME और निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करेगी।
