हरियाणा की आम परीक्षा ‘सामान्य पात्रता परीक्षा रविवार को लाखों युवाओं के लिए एक अवसर लेकर आई, लेकिन जींद के एक केंद्र पर यह दिन किसी के लिए सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि जीवन की सबसे बड़ी खुशखबरी बनकर आया।

गांव सिलाखेड़ी निवासी मूक-बधिर दंपती अजय और मोनिका परीक्षा में शामिल होने के लिए जींद पहुंचे थे। लेकिन परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले, मोनिका को तेज़ प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजन तुरंत उन्हें पास के निजी अस्पताल ले गए, जहां मोनिका ने एक बेटे को जन्म दिया।
इस अनोखे और भावनात्मक पल को परिवार ने मिठाइयां बांटकर सभी के साथ साझा किया। मूक-बधिर पिता अजय जब परीक्षा केंद्र के बाहर इंतज़ार कर रहे थे, तभी परिजन मिठाई का डिब्बा लेकर पहुंचे और इशारों में बेटे के जन्म की खबर दी। केंद्र पर मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य परीक्षार्थियों को लड्डू बांटे गए, और पूरा माहौल कुछ पलों के लिए एक जश्न में बदल गया।
परिजन प्रवीन ने बताया,
“चूंकि बच्चा CET परीक्षा के दिन जन्मा है, इसलिए हमने उसका नाम भी रखने का फैसला किया है।”
यह कहानी महज़ एक जन्म की नहीं है, बल्कि उन संघर्षों, सपनों और संकल्पों की भी है, जो देश के हर कोने से परीक्षा केंद्र तक आते हैं। यह घटना समाज को यह भी दिखाती है कि मूक-बधिर दंपती भी सपनों की परीक्षा में कभी पीछे नहीं रहते, बल्कि अपने जज़्बे से वो कहानी लिखते हैं जो दिलों तक पहुँच जाती है।