अमित शाह का भाषण: गणना, तंज और आरोप
🟤 1. “आतंकियों का धर्म देखकर दुखी मत होइए”
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणी के जवाब में कहा:
“आप आतंकवादियों का धर्म देखकर दुखी मत होइए…”
(“बस बैठ जाइए, पूरी बात सुनिए… आतंकियों का धर्म देखकर दुखी मत होइए”)
उन्होंने अखिलेश यादव से पूछा:
“पाकिस्तान से आपकी बात होती है क्या?”
इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया।

🟤 2. सवाल-कुशल जवाब: विपक्ष से नाराजगी
- अमित शाह ने कहा कि जब आतंकवादियों के मारे जाने की जानकारी मिली, तब उम्मीद थी कि विपक्ष में खुशी होगी, लेकिन “स्याही छा गई चेहरों पर”।
- उन्होंने यह भी तंज कसा कि विपक्ष को आतंकवादियों के मारे जाने पर भी दुःख है और यह कैसे राजनीति है?
🟤 3. चिदंबरम पर तीखा निशाना
- पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने मीडिया में बयान दिया कि क्या पाकिस्तान से आतंकवादियों की मौजूदगी का कोई सबूत है?
- अमित शाह ने कहा: “यह बयान पाकिस्तान को क्लीन चिट देने जैसा है… हम सबूत लेकर आए हैं—उनके वोटर आईडी नंबर, राइफल, खोखा, चॉकलेट… सब पाकिस्तान की बनी वस्तुएं हैं”।
- ऐसा बोलकर चिदंबरम पर आरोप लगाया गया कि वह पाकिस्तान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं
⚖️ कांग्रेस प्रतिक्रिया — कांग्रेस में मतभेद और आलोचना
🔶 पी. चिदंबरम का बयान
पूर्व गृह मंत्री ने मीडिया में कहा कि हमले में शामिल आतंकियों के पाकिस्तान से संबंधों को लेकर सरकार को ठोस सबूत की आवश्यकता है, अन्यथा यह मामला “होमग्रोन” आतंकवाद तक सीमित हो सकता है।
🔶 कांग्रेस पर टीका-टिप्पणी
- बीजेपी ने इस बयान को पाकिस्तान को क्लीन चिट देने जैसा बताया और कांग्रेस के राष्ट्रीय सुरक्षा वस्तुस्थिति को कमजोर करने का आरोप लगाया ।
- कांग्रेस के सहयोगियों और शहीद परिवारों को भी चिदंबरम के बयान से आपत्ति रही; उनके बयान को असंवेदनशील करार दिया गया—विशेषकर शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया कि यह टिप्पणी उनके परिवार के दर्द का अपमान है ।
❓ संक्षिप्त प्रश्न/उत्तर स्वरूप
सवाल | विवरण |
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आखिर शाह ने क्या कहा? | “आतंकियों का धर्म देखकर दुखी मत होइए,” और पूछा: “पाकिस्तान से बात होती है क्या?” |
क्यों यह विवाद हुआ? | विपक्ष की टिप्पणी पर आधिकारिक प्रतिक्रिया, जिसके पीछे कांग्रेस नेता चिदंबरम के सबूत संबंधी सवाल थे। |
क्या चिदंबरम का बयान आपत्तिजनक था? | बीजेपी उसका मतलब पाकिस्तान को बचाने का ठहराने लगी; कांग्रेस में इस पर आलोचना हुई। |
शहीदों के परिवार की प्रतिक्रिया? | शहीद की पत्नी ने बयान को असंवेदनशील करार दिया और दर्द अपमान बताया। |
इस पूरे वाक्य‑विवाद में स्पष्ट रूप से दो अलग राजनीतिक दृष्टिकोण उभरकर सामने आए हैं:
- 🔹 सरकार / बीजेपी ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और पाक‑स्रोत आतंकी गतिविधि पर जोर देने के लिए उठाया।
- 🔹 कांग्रेस / चिदंबरम ने स्वतंत्र रूख अपनाते हुए सरकार को सबूत पेश करने का आग्रह किया, जिससे राजनीतिक तौर पर तनाव उत्पन्न हुआ।
विपक्ष में भी मतभेद दर्शाती बात यह है कि कुछ नेताओं ने चिदंबरम के बयान की निंदा की, जबकि अन्य इसे लोकतांत्रिक जांच का एक हिस्सा मानते हैं।