राज्य के ऊर्जा उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर—दूसरे महीने लगातार Fuel & Power Purchase Adjustment Surcharge (FPPAS) में कटौती की गई है, जिससे बिजली बिलों में राहत मिली है।
छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है: दो महीने लगातार कम किया गया Fuel & Power Purchase Adjustment Surcharge (FPPAS), जिससे बिजली बिलों में सीधी राहत मिली है।

🔻 FPPAS क्या है?
- FPPAS (Fuel & Power Purchase Adjustment Surcharge) बिजली बिल में वह चर शुल्क है जिसे बिजली वितरण कंपनियाँ अपनी उत्पादन लागत में उतार-चढ़ाव को देखते हुए प्रति यूनिट जोड़ती हैं।
- इससे पहले इसकी जगह Variable Cost Adjustment (VCA) लिया जाता था, जो हर दो महीने में तय होता था, लेकिन अब FPPAS को मासिक आधार पर लागू किया जाता है।
📉 कटौती का विवरण
- जून माह की बिजली खपत के लिए FPPAS में 1.44% की कटौती की गई है, जो अगस्त महीने के बिल में लागू होगी।
- यह दूसरी बार है जब लगातार FPPAS घटाई गई—पिछले महीने यह महज 0.12% कम हुआ था।
🛠️ वृद्धि गिरने के पीछे कारण
- छत्तीसगढ़ राज्य बिजली वितरण कंपनी (CSPDCL) ने बताया कि पावर खरीद की लागत में कमी, बेहतर प्रबंधन और उत्पादन दक्षता से FPPAS में गिरावट संभव हो पाई।
- डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के MD भीम सिंह कान्वर ने कहा कि यह कटौती स्वचालित रूप से उपभोक्ता बिलों में लागू की जा रही है।
👥 लाभार्थी
- लगभग 65 लाख बिजली उपभोक्ता (घर, व्यवसाय, कृषि) इस कटौती से लाभान्वित होंगे।
- यह घटाव उन ग्राहकों को राहत देगा जो उच्च बिजली उपयोग करते हैं या सीमित बजट पर निर्भर थे।
⚖️ समग्र प्रवृत्ति और पृष्ठभूमि
- जुलाई 2025 से नई टैरिफ ऑर्डर लागू हुई है, जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं को 0.10–0.20 रुपये प्रति यूनिट का मामूली बढ़ा दर देना होगा।
- वहीं कृषि पंप उपभोक्ताओं के लिए भी ₹0.50 प्रति यूनिट दर बढ़ाई गई है, लेकिन सरकार इस पर पूर्ण सब्सिडी दे रही है, ताकि किसानों पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े।
- मुख्यमंत्री साय ने यह भी कहा कि राज्य में टैरिफ वृद्धि 1.89% तक ही सीमित है, जो पिछले वर्षों की तुलना में सबसे कम है।
📊 सारांश तालिका
विशेषता | विवरण |
---|---|
कटौती (%) | 1.44% (जून खपत पर) |
पहले घटाव | 0.12% (मई खपत पर) |
लाभार्थी उपभोक्ता | ~65 लाख उपभोक्ता |
कारण | बिजली खरीद लागत में कमी, बेहतर प्रबंधन |
टैरिफ स्थिति | घरेलू उपयोग में मामूली वृद्धि, कृषि पर सब्सिडी |
✅ निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में FPPAS में लगातार दो महीने तक कटौती ने बिजली उपभोक्ताओं को तत्काल राहत दी है। चाहे घरेलू, व्यावसायिक या कृषि क्षेत्र हो, इस सुधार से बिल में प्रत्यक्ष लाभ दिखेगा। हालांकि टैरिफ में थोड़ा इज़ाफा किया गया है, सरकार ने इस बढ़ोतरी का असर उपभोक्ताओं पर कम से कम रखने का प्रयास किया है—विशेषकर किसानों पर कोई बोझ नहीं डाला गया है।