छत्तीसगढ़ सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 33 प्रमुख मुठभेड़ों में 445 नक्सलियों की जान गई और 1154 को गिरफ्तार किया गया। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह को अभियान की सफलता एवं भविष्य की रणनीति से अवगत कराया।

छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल-विरोधी अभियान में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है — 33 बड़े मुठभेड़ों में 445 माओवादियों की जान गई, और 1,154 क़ैदियों को गिरफ्तार किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पूरे अभियान की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दी और भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की।
🚔 अभियान की विशेषताएँ
📌 1. नक्सल विरोधी कार्यवाई: आंकड़े और परिणाम
- 445 माओवादी ढेर, जिसमें कई शीर्ष कमांडर भी शामिल हैं।
- 1,154 गिरफ्तार, और 1,588 आत्मसमर्पण करने वाले भी शामिल हैं।
🧭 2. उद्देश्यपूर्ण रणनीति
- यह संघर्ष Integrated Development and Security नीति के तहत संचालित है, जिसमें सुरक्षा के साथ-साथ सड़क, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाओं का विकास भी शामिल है। इससे नक्सल प्रभावित इलाकों में प्रशासनिक प्रभाव मजबूत हो रहा है।
👤 3. केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका
- गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफल अभियान की सार्वजनिक सराहना की और छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया, जिसमें DGP आरुण देव गौतम, ADG विवेकानंद सिन्हा, IG पी. सुंदरराज सहित वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया।
- शाह ने इस अभियान को “भारत को Naxal‑free बनाने की दिशा में निर्णायक कदम” बताया।
🕰️ 4. समयसीमा और प्रगति
- दिसंबर 2023 से अब तक ये परिणाम हासिल किए गए हैं — जिसमें पिछले 1.5 वर्षों में 425 निष्क्रिय किए गए, 1,388 आत्मसमर्पित हुए, और 1,443 गिरफ्तार भी हुए।
- विशेष अभियान ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ तथा अबुझमार क्षेत्र की कार्रवाई जैसी गतिविधियों ने निर्णायक भूमिका निभाई — जिसमें 27 नक्सली मारे गए, हथियार जब्त किए गए, और स्थिति नियंत्रण में लाई गई थी।
🌩️ 5. खतरा घटने के अलावा चुनौतियाँ
- नक्सलियों द्वारा नई विधियाँ अपनाई जा रही हैं — जैसे घातक हमला करने की बजाय लोगों को गला दबाकर मारने जैसी रणनीतियाँ, जिससे नागरिकों में भय फैला रहे हैं। यह तरीका संकेत करता है कि उनकी शक्ति सीमित हो रही है।
📊 सारांश तालिका
तत्व | विवरण |
---|---|
संख्या | 445 मारे गए, 1,154 गिरफ्तार, 1,588 आत्मसमर्पित |
समयावधि | दिसंबर 2023 से अगस्त 2025 तक |
रणनीतिक संकल्पना | Integrated Development and Security नीति द्वारा समेकित विकास व सुरक्षा |
केंद्रीय समर्थन | अमित शाह की सराहना, वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान |
चुनौतियाँ | नक्सलियों की नई लड़ाकू रणनीतियाँ एवं जन सुरक्षा हेतु सतर्कता |
लक्ष्य | मार्च 2026 तक माओवादीवाद का पूर्ण उन्मूलन |
✅ निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ की सुरक्षा और विकास नीति ने नक्सलवाद मिटाने की दिशा में एक मजबूत संदेश प्रदान किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय नेतृत्व की रणनीतिक योजनाओं ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि प्रभावित इलाकों में प्रशासनिक नियंत्रण बढ़े और जनता को सशक्त सेवाएं मिलें। यह सफल अभियान राज्य को March 2026 तक नक्सल-मुक्त घोषित करने की दिशा में एक निर्णायक मोड़ साबित हो रहा है।