सड़क परिवहन मंत्री Nitin Gadkari ने पुणे में World Biofuel Day पर कहा कि यदि भारत वैकल्पिक ईंधनों (alternative fuels) को अपनाता है और कृषि से जुड़ता है, तो आने वाले 5–6 वर्षों में भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग दुनिया में No. 1 स्थान हासिल कर सकता है।

आज पुणे में World Biofuel Day के मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा बयान दिया।
मुख्य बातें उनके भाषण से:
- विश्व में No. 1 बनने की संभावना
- उन्होंने कहा कि अगर भारत तेजी से वैकल्पिक ईंधन (Alternative Fuels) अपनाए और कृषि से जुड़े समाधानों का इस्तेमाल करे, तो अगले 5–6 सालों में भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग दुनिया में नंबर वन बन सकता है।
- वैकल्पिक ईंधनों पर जोर
- बायो-ईथेनॉल, बायो-सीएनजी, ग्रीन हाइड्रोजन, और इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन व उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही।
- इससे तेल आयात बिल घटेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
- कृषि और ऑटो सेक्टर का लिंक
- गडकरी ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि अवशेष (crop residue) और अन्य कृषि उत्पादों से ईंधन बनाना एक बड़ा अवसर है।
- इससे किसान, ऑटो उद्योग, और पर्यावरण—तीनों को फायदा होगा।
- पर्यावरणीय लाभ
- वैकल्पिक ईंधनों का उपयोग करने से कार्बन उत्सर्जन कम होगा और भारत जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने में आगे रहेगा।
- सरकार की पहलें
- कई राज्यों में E20 (20% ethanol blended petrol) को लागू किया जा रहा है।
- हाइड्रोजन और फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों के लिए पॉलिसी व प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।