मुख्य बातें:
- पहला करोड़पति
उत्तराखंड के आदित्य कुमार ने KBC 17 में 1 करोड़ रुपये जीतकर सीज़न के पहले करोड़पति बनने का गौरव प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने बड़े साहस के साथ ₹7 करोड़ जैकपॉट सवाल का जवाब देने की तैयारी की। - अमिताभ बच्चन द्वारा मिली सराहना
आदित्य ने खास इंटरव्यू में बताया कि अमिताभ बच्चन ने उनकी “शॉट-इन-नॉलेज” यानी सटीक ज्ञान का खासतौर पर उल्लेख किया। इस तरह की प्रशंसा उन्हें इतनी बड़ी लगी जितनी कि वह 1 करोड़ जीतने से मिली होती। - अमिताभ से पहली मुलाकात
आदित्य ने कहा, “Honestly, I was awestruck. His aura is extraordinary—warm, respectful, and reassuring… that praise felt like a bigger prize than the money itself.”
यानी बड़े बी की मौजूदगी और उनकी विनम्रता ने उन्हें बहुत प्रभावित किया, और उनका सम्मान—वास्तव में—मौद्रिक पुरस्कार जितना अहम लग रहा था।

- खेल के सबसे मुश्किल पल का सामना
आदित्य ने साझा किया कि 1 करोड़ रुपये का सवाल उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण था। भले ही उत्तर पता था, उस सवाल और रकम का भार उन्हें हिला सकता था। उस वक्त उन्होंने कुछ सेकंड रुका, सांस ली और अपने आप पर विश्वास किया। यही आत्म-शांति और तैयारी ही उनकी सफलता का मूलमंत्र बना। - कॉलेज वाला मज़ाक जो सच बन गया
एक दिलचस्प किस्सा उन्होंने साझा किया—कहते हैं कि कॉलेज में उन्होंने अपने दोस्तों को बताया था कि उन्हें KBC में चुना गया है। सब उत्साहित हो गए; किसी ने नई पैंट सिलवाई, किसी ने शर्ट खरीदी। एक हफ्ता गुज़र गया, तब जाकर उन्होंने बताया कि ये सब एक मज़ाक था। लेकिन जब इस बार असली कॉल आया, तब किसी ने पहले भरोसा नहीं किया—देर से ही सब समझ पाए कि ये वास्तविक था। - तैयारी का मंत्र
आदित्य ने अपनी सफलता का श्रेय अनुशासन (discipline), धैर्य (patience) और अपने आत्म-विश्वास (belief) को दिया। उनका कहना था कि KBC यह प्रमाण देता है कि “ज्ञान और बुद्धि (akal) वास्तव में जीवन बदल सकती है।”
सारांश में:
पहलू | विवरण |
---|---|
जीत | ₹1 करोड़ — सीज़न का पहला करोड़पति |
प्रशंसा | अमिताभ बच्चन से मिली, जो पैसे जितने ही महत्वपूर्ण लगी |
सबसे मुश्किल पल | ₹1 करोड़ सवाल का दबाव—पर शांत रहे और सही जवाब दिया |
कॉलेज का मज़ाक | दोस्तों को KBC में चुना गया कहकर हँसाया, फिर असली कॉल पर उन्हें यकीन नहीं हुआ |
सफलता का मूलमंत्र | अनुशासन, धैर्य, आत्म-विश्वास और ज्ञान की ताकत |
आदित्य कुमार का यह सफ़र सिर्फ एक गेम शो की जीत नहीं है, बल्कि यह भावनात्मकता, तैयारी और विनम्रता का प्रतीक भी बन गया है—जहाँ एक साधारण व्यक्ति की मेहनत और ज्ञान ने उसे वाकई करोड़पति बने दिलाया।