एशिया कप 2025 की टीम इंडिया के ऐलान (19 अगस्त) ने कई तरह की राजनीतिक और रणनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया है। सबसे बड़ा सरप्राइज शुभमन गिल का उपकप्तान बनना रहा—और इसके पीछे सीधा रोल बताया जा रहा है नए हेड कोच गौतम गंभीर की ‘जिद’ और उनका लॉन्ग-टर्म प्लान।

✅ टीम इंडिया की घोषणा (19 अगस्त, 2025)
- कप्तान → सूर्यकुमार यादव
- उपकप्तान → शुभमन गिल
- बाहर हुए → श्रेयस अय्यर (फॉर्म/फिटनेस के चलते जगह नहीं मिली)
🔎 गिल को उपकप्तान क्यों बनाया गया?
1. गंभीर का प्लान
- सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग में सबसे लंबी चर्चा गिल को उपकप्तान बनाने पर हुई।
- गौतम गंभीर का तर्क:
- सूर्यकुमार यादव जल्द ही 35 वर्ष के हो जाएंगे, यानी टी20 करियर का आख़िरी पड़ाव नज़दीक है।
- भारत को भविष्य की तरफ देखना होगा और युवा कप्तान तैयार करना होगा।
- गंभीर का मानना है कि तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए—यही स्थिरता लाएगा।
- इसी रणनीति के तहत गिल को अब से ही उपकप्तानी का अनुभव दिया गया, ताकि आने वाले समय में वे कप्तान बनने के लिए तैयार रहें।
2. भविष्य की कप्तानी
- रिपोर्ट्स के मुताबिक चयनकर्ताओं और कोचिंग स्टाफ को लगता है कि शुभमन गिल 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक वनडे टीम की कप्तानी संभाल सकते हैं।
- यानी अभी से उन्हें “ग्रूम” करने की तैयारी है।
🗣️ सूर्यकुमार यादव की प्रतिक्रिया
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्या ने गिल के फैसले का स्वागत किया।
- उन्होंने याद दिलाया कि श्रीलंका दौरे पर (पिछली टी20 सीरीज) गिल पहले भी उपकप्तान रह चुके थे।
- उस समय से ही “टी20 वर्ल्ड कप मिशन” शुरू हो गया था।
- सूर्या ने कहा कि गिल टेस्ट और अन्य सीरीज में बिजी थे, उनकी गैरमौजूदगी में संजू सैमसन ने ओपनिंग की थी।
- अब गिल की वापसी से टीम में मजबूती और भविष्य की सुरक्षा दोनों मिलेगी।
⚖️ इसका असर – “टीम इंडिया की तस्वीर बदल सकती है”
- युवा नेतृत्व की तैयारी – 2027 तक गिल को कप्तानी सौंपने का प्लान, यानी अभी से उनको टीम की लीडरशिप सिखाई जाएगी।
- तीनों फॉर्मेट एक कप्तान? – गंभीर का विज़न है कि भारत को सभी फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए (जैसे ऑस्ट्रेलिया/इंग्लैंड करते हैं)।
- सूर्या–गिल ट्रांज़िशन – फिलहाल सूर्या की मौजूदगी में गिल को डिप्टी बनाया गया है, लेकिन आने वाले वर्षों में यही रोल लीडरशिप की सीढ़ी बनेगा।
- श्रेयस अय्यर का झटका – गिल के आने से अय्यर को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, जो उनके करियर के लिए बड़ा झटका है।
👉 संक्षेप में, गौतम गंभीर ने सेलेक्टर्स को यह विश्वास दिलाया कि अगर टीम इंडिया को आगे बढ़ाना है तो अभी से युवा लीडर तैयार करना होगा, और शुभमन गिल इस रोल के लिए सबसे उपयुक्त हैं। यही वजह है कि उनकी “जिद” पर गिल को उपकप्तान बनाया गया—जो आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट की लीडरशिप तस्वीर बदल सकता है।
