छत्तीसगढ़ की राजनीति में बेहद अहम पल है क्योंकि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। इस समारोह में तीन नए विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:

📍 शपथ ग्रहण समारोह की झलकियां
- स्थान – यह शपथ ग्रहण समारोह राजभवन, रायपुर में आयोजित हुआ।
- शपथ दिलाने वाले – राज्यपाल रमेन डेका ने नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
- नए मंत्री –
- राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर विधायक)
- गुरु खुशवंत साहेब (आरंग विधायक)
- गजेंद्र यादव (दुर्ग विधायक)
इन तीनों ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली और अब वे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल का हिस्सा बन गए हैं।
🏛️ समारोह में मौजूद प्रमुख हस्तियां
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह (पूर्व मुख्यमंत्री)
- उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा
- मंत्री लखन देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल और टंकराम वर्मा
- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव
👉 इन सभी की मौजूदगी से यह कार्यक्रम और भी महत्वपूर्ण बन गया, क्योंकि यह भाजपा सरकार की दिशा और शक्ति संतुलन को दर्शाता है।
🌟 नए मंत्रियों का राजनीतिक महत्व
- राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर)
- कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे।
- 2023 में कांग्रेस के दिग्गज टीएस सिंहदेव (पूर्व उप मुख्यमंत्री) को सिर्फ 94 वोटों से हराकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा उलटफेर किया।
- अब मंत्री बनकर भाजपा की सरगुजा संभाग में पकड़ मजबूत करेंगे।
- गुरु खुशवंत साहेब (आरंग)
- एक छोटे कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाई।
- संगठन ने उन पर भरोसा जताकर मंत्री पद तक पहुंचाया।
- ये संदेश है कि भाजपा जमीनी कार्यकर्ताओं को भी बड़ा सम्मान देती है।
- गजेंद्र यादव (दुर्ग)
- पार्षद से लेकर स्काउट-गाइड आयुक्त और अब मंत्री तक का सफर।
- 2023 में कांग्रेस के दिग्गज अरुण वोरा को लगभग 50 हजार वोटों से हराया।
- भाजपा ने पिछड़ा वर्ग और दुर्ग-बस्तर अंचल में अपनी मजबूती के लिए इन्हें जगह दी है।
🔎 राजनीतिक संदेश
- इस मंत्रिमंडल विस्तार से साफ है कि भाजपा ने क्षेत्रीय संतुलन (सरगुजा–मध्य छत्तीसगढ़–दुर्ग) को साधा है।
- साथ ही, नए चेहरों और जमीनी कार्यकर्ताओं को आगे लाकर पार्टी यह संदेश दे रही है कि मेहनत और निष्ठा का फल मिलता है।
- इससे भाजपा संगठन में उत्साह और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा बढ़ेगी।
✅ निष्कर्ष
राजभवन में हुआ यह शपथ ग्रहण केवल औपचारिकता नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की राजनीति का नया अध्याय है। तीन नए चेहरों के मंत्रिमंडल में आने से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की टीम और मजबूत हुई है। अब देखना होगा कि इन नए मंत्रियों को कौन-से विभाग मिलते हैं और वे जनता की उम्मीदों पर कैसे खरे उतरते हैं।