इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की ताज़ा रिपोर्ट ने देश में स्वास्थ्य संकट की गंभीर तस्वीर पेश की है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में होने वाली 61% मौतों की वजह 8 प्रमुख नॉन-कम्यूनिकेबल डिजीज (लाइफस्टाइल डिजीज) हैं। इनमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, हार्ट डिजीज, मोटापा, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर शामिल हैं।

📍 क्षेत्रवार स्थिति
उत्तर भारत : डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
दक्षिण भारत : मोटापा सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है।
पूर्वोत्तर भारत : हर तीसरा व्यक्ति ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहा है।
महिला स्वास्थ्य : ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों ने चेताया है कि आने वाले 3-4 साल में 70% मौतें सिर्फ क्रॉनिक लाइफस्टाइल डिजीज की वजह से हो सकती हैं। इसका मतलब है कि भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा अब संक्रामक बीमारियाँ नहीं, बल्कि अस्वस्थ जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ होंगी।
🧘♂️ बाबा रामदेव का समाधान – योग और आयुर्वेद
योग गुरु बाबा रामदेव ने इस रिपोर्ट को लेकर लोगों को सचेत किया है। उन्होंने कहा कि अगर जीवनशैली तुरंत नहीं सुधारी गई तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।
👉 योग और आयुर्वेदिक उपाय
डाइट और दिनचर्या : समय पर भोजन करें, फास्ट फूड से बचें और रोजाना योगासन (खासतौर पर Yoga For Diabetes) का अभ्यास करें।
फास्टिंग (व्रत) : नारियल पानी, लौकी का जूस, पेठा जूस और हरी सब्ज़ियों के जूस से शरीर को डिटॉक्स करने की सलाह दी।
⚠️ किन्हें फास्टिंग नहीं करनी चाहिए
डायबिटीज़ के गंभीर मरीज
हाल ही में सर्जरी कराए लोग
एनीमिया के मरीज
किडनी और लिवर से पीड़ित रोगी
🔎 निष्कर्ष
ICMR की रिपोर्ट और विशेषज्ञों की चेतावनी साफ बताती है कि भारत को अब लाइफस्टाइल मैनेजमेंट पर फोकस करना होगा। समय रहते अगर लोग योग, संतुलित आहार और नियमित जांच को अपनाते हैं, तभी इस आने वाले स्वास्थ्य संकट को रोका जा सकता है।
