📍 स्थान: खड़गंवा, जिला मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी (छत्तीसगढ़)
📅 तारीख: 01 सितंबर 2025
1. कितनी राशि स्वीकृत हुई
- जल संसाधन विभाग ने ₹2 करोड़ 50 लाख 18 हजार (2.50 करोड़) की राशि स्वीकृत की है।
- यह बजट विशेष रूप से सलका जलाशय योजना के शेष और आवश्यक कार्यों को पूरा करने के लिए जारी किया गया है।
2. योजना का उद्देश्य
- योजना के अंतर्गत किसानों को सिंचाई सुविधा सुनिश्चित करना।
- वर्तमान में जलाशय की क्षमता में कमी थी, जिससे किसानों को पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा था।

3. सिंचाई क्षमता में बदलाव
- रूपांकित क्षमता (Designed Irrigation Potential): 297 हेक्टेयर।
- इसमें से लगभग 145 हेक्टेयर की कमी हो रही थी।
- स्वीकृत कार्यों के पूर्ण होने के बाद —
- 145 हेक्टेयर की कमी की पूर्ति हो जाएगी।
- साथ ही 10 हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में भी सिंचाई संभव होगी।
- यानी योजना पूरी होने पर कुल 307 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
4. किसानों को लाभ
- इस योजना से स्थानीय किसानों की फसल उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
- सूखा या पानी की कमी से होने वाली दिक्कतें कम होंगी।
- खेती योग्य जमीन का दायरा बढ़ेगा और रबी व खरीफ दोनों सीजन की फसलों के लिए पानी उपलब्ध रहेगा।
- लंबे समय में किसानों की आर्थिक स्थिति और आय में वृद्धि होगी।
5. बड़ा महत्व क्यों
- छत्तीसगढ़ एक धान प्रधान राज्य है, जहां सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था किसानों की सबसे बड़ी ज़रूरत है।
- जलाशय योजनाएँ न सिर्फ कृषि उत्पादन बढ़ाती हैं बल्कि ग्रामीण रोजगार, जल संरक्षण और भूजल रिचार्ज में भी योगदान देती हैं।
- यह योजना विशेष रूप से मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी क्षेत्र के किसानों को स्थायी लाभ देने वाली है।
✅ निष्कर्ष:
सलका जलाशय योजना में 2.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति से 307 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इससे कृषि उत्पादकता बढ़ेगी, किसानों को स्थायी पानी की गारंटी मिलेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मज़बूत होगी।