हाल ही में छत्तीसगढ़ के जगदलपुर सर्किट हाउस में कर्मचारियों द्वारा कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता केदार कश्यप पर गंभीर आरोप लगाए गए। आरोप यह हैं कि मंत्री केदार कश्यप ने कर्मचारियों से मारपीट की। यह मामला प्रदेश में राजनीतिक हलचल का विषय बन गया है।
✅ मंत्री टंकराम वर्मा का बड़ा बयान:
- केदार कश्यप को बदनाम करने की कोशिश: मंत्री टंकराम वर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के लोग केदार कश्यप को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
- कांग्रेस पर हमला: उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह हरकत उनकी “गलत मानसिकता” का परिचायक है। उनका कहना था कि कांग्रेस की नीति लोगों को गुमराह करने और विपक्षी नेताओं की छवि खराब करने की होती है।
- केदार कश्यप की छवि: मंत्री वर्मा ने केदार कश्यप को एक सुलझा हुआ, अनुशासित और गंभीर व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि केदार कश्यप का जनता और पार्टी में एक सम्मानजनक स्थान है और इस तरह की अफवाहें बेबुनियाद हैं।

⚡ राजनीतिक पृष्ठभूमि:
यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनाव चरम पर है। विपक्ष आरोपों को गंभीरता से ले रहा है और मामले की जांच की मांग कर रहा है। वहीं भाजपा का कहना है कि यह केवल राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
✅ सारांश:
- जगदलपुर सर्किट हाउस में कर्मचारियों ने मंत्री केदार कश्यप पर मारपीट का आरोप लगाया।
- मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह कांग्रेस द्वारा केदार कश्यप को बदनाम करने की कोशिश है।
- उन्होंने कांग्रेस की मानसिकता को गलत बताया और केदार कश्यप को एक सुलझा हुआ व गंभीर व्यक्ति करार दिया।
- मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है, और आगे की जांच पर सबकी निगाहें हैं।