🌾 आंदोलन का पूरा विवरण
🔸 कौन कर रहा है आंदोलन?
- संघ का नाम:
छत्तीसगढ़ कृषि स्नातक शासकीय कृषि अधिकारी संघ - प्रमुख प्रतिनिधि:
संघ के जिलाध्यक्ष आर. के. दास

🔸 आंदोलन की वजह
- संघ द्वारा नौ सूत्रीय मांगें शासन-प्रशासन के समक्ष रखी गई हैं।
- ये मांगें कृषि अधिकारियों के कामकाज, वेतन, सुविधाएं, पदोन्नति, कार्य परिवेश, और अन्य पेशेवर अधिकारों से संबंधित हैं।
- लंबित मांगों की पूर्ति को लेकर संगठन ने चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है।
🕛 आंदोलन का समय और स्वरूप
- 📅 अवधि:
आज और कल (अर्थात सोमवार और मंगलवार) - 📍 प्रकार:
संकेतिक (सांकेतिक) हड़ताल
→ इसका अर्थ यह है कि अधिकारी पूरी तरह से काम बंद नहीं करेंगे, बल्कि जन सेवा प्रभावित किए बिना प्रशासन को दबाव देने के लिए प्रतीकात्मक रूप से हड़ताल करेंगे। - 📜 प्रक्रिया:
शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें नौ सूत्रीय मांगों को लेकर आवश्यक ध्यान देने की अपील की गई है।
⚡ उद्देश्य
- लंबित मांगों को पूरा कराकर कृषि अधिकारियों को उनके अधिकार दिलवाना।
- राज्य में कृषि क्षेत्र को सशक्त और प्रभावी बनाए रखना।
- प्रशासन का ध्यान कृषि अधिकारियों की समस्याओं और सुझावों की ओर आकर्षित करना।
✅ निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ कृषि अधिकारी संघ का यह चरणबद्ध आंदोलन संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीका है शासन-प्रशासन से संवाद स्थापित करने का।
संघ का उद्देश्य केवल अपनी मांगों को न्यायसंगत रूप से मान्य कराना है, ताकि राज्य के कृषि क्षेत्र का विकास और अधिकारी वर्ग का सशक्तिकरण हो सके।
👉 आंदोलन के परिणाम और सरकार की प्रतिक्रिया आने वाले दिनों में स्पष्ट होगी।