भारत के बदलते दौर की नई तस्वीर बनाने में कोलकाता शहर की भूमिका सबसे बड़ी रही है।

स्वामी विवेकानंद जी ने लगभग 200 वर्ष पहले यह भविष्यवाणी की थी कि 21वीं शताब्दी भारत की होगी। यह केवल बंगाल की पावन माटी ही कर सकती थी।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1923 में आईसीएस की परीक्षा पास करके पूरे भारत को गौरव दिलाया। उन्होंने युवाओं को साहस और आत्मविश्वास दिया और यह संदेश दिया कि भारतीय युवा किसी से कम नहीं हैं।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी अपनी दूरदृष्टि से उस समय यह समझ लिया था कि बंगाल का विभाजन केवल एक भौगोलिक विभाजन नहीं बल्कि एक बड़ा षड्यंत्र है। उन्होंने धारा 370 के खतरे को भी पहले ही पहचान लिया था। देश की आज़ादी के बाद जब संविधान में धारा 370 जोड़ी गई, तब भी उन्होंने इसका पुरज़ोर विरोध किया।
डॉ. मुखर्जी ने अपने हर कदम से सच्चाई को देश और दुनिया के सामने लाने का काम किया। आज यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उसी कलंक से भारत को मुक्त कर एक नए और सशक्त भारत को दुनिया के सामने खड़ा किया है।
आज स्थिति यह है कि विश्व का कोई भी मंच अगर प्रधानमंत्री मोदी जी की मौजूदगी के बिना होता है, तो अधूरा सा लगता है।
जैसे अंधेरी रात में तारे टिमटिमाते रहते हैं, लेकिन जब सूर्य उदय होता है तो उसकी रोशनी हर ओर फैलती है—वैसा ही आज भारत के उदय के साथ हो रहा है।
आत्मनिर्भरता और स्वदेशी के बल पर भारत ने जो राह बनाई है, वह ऊर्जा से भरपूर है, भविष्य के विश्वास से परिपूर्ण है और दुनिया में नंबर-वन बनने की दिशा में कृतसंकल्प है।
सरकार व्यापार और व्यवसाय को बढ़ावा देते हुए देश को आर्थिक मज़बूती की ओर ले जा रही है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं और उद्यमियों—सभी के हितों की रक्षा कर रहा है और हर चुनौती का डटकर सामना कर रहा है।
2023 में जब हमारी सरकार बनी तो हमने लोकहितैषी नीतियाँ बनाईं, जिनसे व्यापारियों को सुविधा मिली, उद्योगपतियों को नया विश्वास मिला और सुशासन का मार्ग प्रशस्त हुआ।
मध्यप्रदेश आज शांति का टापू है। यहां कभी श्रमिक हड़ताल नहीं होती। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि अगर आप मध्यप्रदेश में उद्योग लगाते हैं, तो आप चाहे बंगाल में बैठे हों, आपकी फैक्ट्री बिना रुकावट चलती रहेगी और आप यहां से आसानी से कंट्रोल कर पाएंगे।
देश के बीचोंबीच स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश को उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम—चारों दिशाओं की बेहतरीन कनेक्टिविटी मिलती है। इसका लाभ उद्योगों और व्यापार को सीधा मिलता है।
सबसे शुद्ध और जैविक कॉटन अगर कहीं है तो वह मध्यप्रदेश की धरती पर है।
प्रधानमंत्री जी जब PM मित्रा पार्क का भूमि-पूजन करने आ रहे हैं तो मैं विश्वास दिलाता हूँ कि इस प्रोजेक्ट के तहत प्लांट लगाने के लिए हम आपसे अतिरिक्त पैसा नहीं ले रहे हैं।
आज के इस शुभ अवसर पर मैं आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं और राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते आप सभी को आमंत्रण देता हूं।