मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और परम पूज्य संत श्री असंग देव जी के बीच एक गरिमामय आध्यात्मिक सौजन्य भेंट का वर्णन करती है। विस्तारपूर्वक जानकारी निम्नलिखित है:

🏛️ भेंट का अवसर और स्थान:
- स्थान: मुख्यमंत्री निवास, राजधानी रायपुर
- अवसर: परम पूज्य संत श्री असंग देव जी ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य भेंट की।
🎁 आदान-प्रदान और सम्मान:
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूज्य संत श्री असंग देव जी को:
- शॉल (शाल) भेंट की, जो सम्मान और आदर का प्रतीक है।
- श्रीफल भेंट किया, जो भारतीय संस्कृति में शुभता, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
- पूज्य संत श्री असंग देव जी ने मुख्यमंत्री को:
- गौमाता की प्रतिमा भेंट की, जो भारतीय संस्कृति में पवित्रता, अहिंसा और मातृत्व का प्रतीक है। इससे यह संकेत मिलता है कि संत जी ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं।
📚 चर्चा का विषय:
- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और पूज्य संत श्री असंग देव जी के बीच विभिन्न आध्यात्मिक विषयों पर सार्थक चर्चा हुई।
यह दर्शाता है कि यह भेंट केवल औपचारिकता तक सीमित नहीं थी, बल्कि दोनों पक्षों ने गहरे आध्यात्मिक और मूल्यपरक विचार-विमर्श में हिस्सा लिया।
👥 अन्य उपस्थित लोग:
- इस भेंट समारोह में कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब भी उपस्थित रहे।
- साथ ही, बड़ी संख्या में संत श्री असंग देव जी के अनुयायी संतगण भी वहां मौजूद थे, जिससे यह भव्य और धार्मिक आयोजन बन गया।
🌺 सारांश:
यह भेंट मुख्यमंत्री और एक प्रमुख आध्यात्मिक संत के बीच आदर-सम्मान, आशीर्वाद और विचार-विमर्श का प्रतीक थी। मुख्यमंत्री ने संत जी से प्रदेश की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया। संत जी ने भी मुख्यमंत्री को गौमाता की प्रतिमा देकर उनके कार्यों की सफलता की कामना की। इस कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ में आध्यात्मिकता और नेतृत्व के बीच सकारात्मक सम्बन्ध स्थापित होने का संदेश मिलता है।