पीएम सूर्य घर योजना क्या है?
“पीएम सूर्य घर योजना” (PM Surya Ghar Yojana) केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा आत्मनिर्भरता और ग्रीन एनर्जी (स्वच्छ ऊर्जा) को बढ़ावा देना है।
इसके अंतर्गत घरों की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जाते हैं ताकि:
- लोग अपनी घरेलू बिजली जरूरतें स्वयं पूरा कर सकें।
- अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय अर्जित कर सकें।
इससे ऊर्जा उत्पादन घर की छत से होता है और बिजली बिल शून्य (या बेहद कम) हो जाता है।

🏡 वास्तविक उदाहरण: श्री लक्की पाड़े (मुंगेली जिला)
- श्री लक्की पाड़े, जो पथरिया विकासखण्ड के सरगॉव ग्राम के निवासी हैं, ने पीएम सूर्य घर योजना का लाभ उठाया।
- उन्होंने अपने घर पर 3 किलोवॉट का सोलर पैनल स्थापित किया।
- परिणामस्वरूप:
- उनका घरेलू बिजली बिल अब शून्य हो गया।
- सूरज की रोशनी से घर की सारी बिजली जरूरतें पूरी हो रही हैं।
- पहले बिजली बिल की चिंता थी, लेकिन अब वे पूरी तरह ऊर्जा आत्मनिर्भर हो गए हैं।
- उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, तथा प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
💰 वित्तीय सहायता (सब्सिडी और फाइनेंसिंग)
- योजना में मिलने वाली आर्थिक मदद:
- केंद्र सरकार की सब्सिडी: ₹78,000 तक।
- राज्य सरकार की सब्सिडी: ₹30,000 तक।
- इसके अलावा:
- बैंक फाइनेंस सुविधा उपलब्ध है।
- आसान किश्तों (EMI) में भुगतान का विकल्प।
- कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्ति की सुविधा।
🌿 लाभ और प्रभाव
- ✅ आर्थिक राहत:
- बिजली बिल पर भारी बचत।
- अतिरिक्त ऊर्जा बेचकर आमदनी भी संभव।
- ✅ पर्यावरण संरक्षण:
- स्वच्छ और हरित ऊर्जा उत्पादन।
- पारंपरिक, प्रदूषणकारी ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम हुई।
- ✅ ऊर्जा आत्मनिर्भरता:
- लोग खुद ऊर्जा उत्पादक बनने लगे हैं।
- प्रदेश में सोलर एनर्जी अपनाने की गति तेजी से बढ़ रही है।
📈 योजना का विस्तार और प्रगति
- प्रदेशभर में योजना का तेजी से विस्तार हो रहा है।
- विभिन्न जिलों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रूफटॉप सोलर पैनल लगवाने की संख्या लगातार बढ़ रही है।
- इससे सरकार का लक्ष्य हर घर में स्वच्छ ऊर्जा पहुंचाना और देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना साकार हो रहा है।
🌞 निष्कर्ष
“पीएम सूर्य घर योजना” न केवल लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि देश की हरित ऊर्जा क्रांति में भी योगदान दे रही है।
श्री लक्की पाड़े जैसे लोग इसका जीवंत उदाहरण हैं, जो अपने छोटे से प्रयास से समाज को प्रेरित कर रहे हैं।
यह योजना पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक विकास और सामाजिक उत्थान के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है।