- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सुबह 10:55 बजे रायपुर के मुख्यमंत्री निवास — नवा रायपुर / अटल नगर पहुंचेंगे।
- 11:00 — 13:00 तक उनका कार्यक्रम आरक्षित रखा गया है (इस समय के दौरान उनका कोई सार्वजनिक/अनौपचारिक कार्यक्रम नहीं बताया गया)।
- शाम 6:00 बजे वे जेरी-खेड़ी पहुंचेंगे और 6:00 — 7:00 बजे आयोजित 350वीं शहीदी शताब्दी वर्ष नगर कीर्तन यात्रा में हिस्सा लेंगे।
विस्तार (कदम दर कदम)
सुबह — आगमन (10:55)
मुख्यमंत्री सुबह 10:55 पर नवा रायपुर के मुख्यमंत्री निवास पर पहुँचेंगे। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में यह समय स्पष्ट रूप से दिया गया है; सुबह का यह विज़िट आमतौर पर स्वागत, शॉर्ट मीटिंग या शिलान्यास/अनावरण से जुड़ा हो सकता है — पर जहाँ तक उपलब्ध कवरेज है, रिपोर्टों में इस “आरक्षित” स्लॉट का सटीक स्वरूप सार्वजनिक रूप से विस्तार से नहीं बताया गया है।
दोपहर (11:00–13:00) — “आरक्षित” कार्यक्रम
आधिकारिक कवरेज में यह समय आरक्षित बताया गया है — इसका मतलब है कि यह समय किसी बंद/नियोजित बैठक, कार्यक्रम या निजी शेड्यूल के लिए आरक्षित रखा गया है। मीडिया ने कार्यक्रम का प्रकार (उद्घाटन, मीटिंग, गृहप्रवेश आदि) स्पष्ट रूप से नहीं बताया है। यदि आप किसी विशेष कार्यक्रम (उद्घाटन/नवीनीकरण) के बारे में जानना चाहते हैं तो लोकल सरकारी/प्रेस नोट की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
शाम — जेरी-खेड़ी नगर कीर्तन (18:00–19:00)
शाम 6 बजे से मुख्यमंत्री जेरी-खेड़ी में आयोजित 350वीं शहीदी शताब्दी वर्ष नगर कीर्तन में शामिल होंगे (समाचार रिपोर्ट में यही समय और स्थान दिये गये हैं)। यह नगर कीर्तन 350वीं शहीदी शताब्दी के समर्पित धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला का हिस्सा दिखता है।
350वीं शहीदी शताब्दी — संदर्भ (संक्षेप)
देश के कई हिस्सों में इस साल 350वीं शहीदी शताब्दी संबंधी नगर-यात्राएँ और श्रद्धांजलियाँ चल रही हैं; जो कवरेज उपलब्ध है, उससे यह स्पष्ट है कि कई जगह यह कार्यक्रम श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ के रूप में मनाए जा रहे समागमों से जुड़ा हुआ है। (हालाँकि स्थानीय रिपोर्टों ने जेरी-खेड़ी वाले आयोजन में सीधे तौर पर किस शहीद/गुरु का जिक्र है, वह हर रिपोर्ट में अलग हो सकता है — इसलिए इसे स्थानीय आयोजक/गुरुद्वारा/प्रेस नोट से पुष्टि कर लेना बेहतर रहेगा)।
क्या उम्मीद रखें — उपयोगी जानकारी (आप जा रहे हैं तो)
- समय से पहुँचें: शाम वाले नगर कीर्तन के लिए कम से कम 30–45 मिनट पहले पहुँचना बेहतर रहेगा ताकि पार्किंग/भीड़ की व्यवस्था हो सके।
- सार्वजनिक परिवहन/शटल: बड़े आयोजनों पर लोकल शटल या एक्स्ट्रा सार्वजनिक बस/ट्रेन सेवा चल सकती है — पहले से लोकल ट्रांसपोर्ट अपडेट चेक करें।
- सुरक्षा और बैरियरिंग: VIP मूवमेंट के कारण कुछ मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन/बैरियरिंग की संभावना रहती है; पुलिस के निर्देशों का पालन करें। (रायपुर में VIP दौरे पर आमतौर पर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी किये जाते हैं — स्थानीय पुलिस/प्रेस नोट देखें)।
- धार्मिक शिष्टाचार: नगर कीर्तन धार्मिक-आस्था पर आधारित होता है — संगत के रीति-रिवाज़ और आयोजकों का सम्मान करें; प्रसाद/चादर/पवित्र वस्तुएँ के पास संभलकर चलें।
- फ़ोटो/वीडियो: सार्वजनिक कार्यक्रम में फोटो खींचना सामान्यतः ठीक है, पर किसी निजी पल या श्रद्धालु के व्यक्तिगत अनुष्ठान के समय सम्मानजनक व्यवहार रखें।
- जरूरी सामान: पानी, मोबाइल पावर बैंक, आधार/पहचान की कॉपी, और भारी भीड़ में छोटे मूल्य के और ज़रूरी सामान साथ रखें।
- बच्चों/बुज़ुर्गों के साथ जा रहे हैं तो मिलन-बिंदु तय कर लें और मशरूम-टाइम में भीड़ से बचने के लिए योजना बनाएं।
पत्रकार/आयोजक के लिए त्वरित सुझाव
- अगर आप मीडिया कवरेज के लिए जा रहे हैं, तो पहले से प्रेस पास/एक्रिडिटेशन की जानकारी लोकल PIO/प्रेस ऑफिस से लें।
- आयोजक ट्रैफिक प्लान, पार्किंग लेआउट और इमरजेंसी संपर्क (नज़दीकी अस्पताल, पुलिस प्वाइंट) को सार्वजनिक रूप से साझा करें ताकि रैली-भागीदारों को सुविधा हो।
सीएम के बारे में संदर्भ (संक्षेप)
विष्णु देव साय वर्तमान मुख्यमंत्री हैं; उनकी सरकारी/अधिकृत जानकारी एवं संदेशों के लिए श्रीमुख्यमंत्री कार्यालय की वेबसाइट और आधिकारिक घोषणाएँ भरोसेमंद स्रोत हैं।

