- 18 अगस्त से हड़ताल : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।
- इस दौरान राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित हुईं, खासकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में।
- कर्मचारियों की मुख्य शिकायतें थीं – नौकरी की अस्थिरता, वेतनमान में असमानता, नियमितीकरण की माँग, कार्यभार और पदोन्नति से जुड़ी समस्याएँ।
समझौता और समाधान
- शुक्रवार को राज्य सरकार और कर्मचारी संघ के बीच बातचीत हुई।
- सरकार ने 10 में से 5 माँगों को स्वीकार कर लिया।
- इसके बाद कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की।
सीएम विष्णुदेव साय से मुलाकात
- हड़ताल खत्म करने के बाद एनएचएम कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिला।
- इस दौरान सीएम ने आश्वासन दिया कि शेष माँगों पर भी चरणबद्ध तरीके से विचार किया जाएगा।
- सीएम ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और कर्मचारियों के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।
आज से काम पर वापसी
- एनएचएम कर्मचारी अब आज (20 सितंबर 2025) से अपनी ड्यूटी पर लौटेंगे।
- इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ सामान्य होंगी।
- अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में लंबे समय बाद नियमित कामकाज शुरू हो जाएगा।
असर
- मरीजों और आम जनता को सबसे बड़ा लाभ मिलेगा क्योंकि OPD, टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य जैसी सेवाएँ अब पूरी तरह बहाल होंगी।
- कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा क्योंकि उनकी आधी माँगों पर तुरंत सहमति बनी है और बाकी पर चर्चा का वादा किया गया है।
- सरकार और कर्मचारी संगठन के बीच संवाद की राह खुली है, जिससे भविष्य में बड़े टकराव टाले जा सकेंगे।

