कार्यक्रम का विवरण
- समय और स्थान:
- दोपहर 12 बजे
- भाजपा प्रदेश कार्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे परिसर, रायपुर
- अवसर:
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर विशेष आयोजन।
- यह कार्यक्रम भाजपा की वैचारिक नींव और कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत व्यक्तित्व के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप आयोजित किया जा रहा है।

- मुख्यमंत्री की भूमिका:
- प्रतिमा पर माल्यार्पण – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सबसे पहले पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। यह श्रद्धांजलि और स्मरण का प्रतीक होगा।
- कार्यकर्ताओं से मुलाकात – वे मौके पर उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। इसमें पार्टी की संगठनात्मक मजबूती, जनहित से जुड़े मुद्दे और आगामी रणनीतियों पर चर्चा होने की संभावना है।
- संदेश – मुख्यमंत्री इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की “एकात्म मानववाद” की विचारधारा को दोहराते हुए, इसे प्रदेश की नीतियों और विकास कार्यों में लागू करने के संकल्प पर जोर देंगे।
राजनीतिक महत्व
- विचारधारा से जुड़ाव: भाजपा पं. दीनदयाल उपाध्याय को अपने वैचारिक स्तंभ के रूप में देखती है। उनकी जयंती पर कार्यक्रम आयोजित करना संगठन और कार्यकर्ताओं को वैचारिक रूप से और मजबूत करता है।
- संगठनात्मक एकजुटता: मुख्यमंत्री का प्रदेश कार्यालय पहुंचना कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाता है और यह संकेत देता है कि शीर्ष नेतृत्व और संगठन का मजबूत तालमेल बना हुआ है।
- संदेश जनता तक: ऐसे आयोजनों से जनता तक यह संदेश जाता है कि राज्य सरकार और संगठन समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति (Antyodaya) की चिंता करने वाली राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ
- पं. दीनदयाल उपाध्याय भाजपा के पूर्ववर्ती संगठन भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे।
- उनका सिद्धांत “एकात्म मानववाद” समाज के सर्वांगीण विकास और अंत्योदय (सबसे गरीब और वंचित तक विकास की पहुंच) की बात करता है।
- भाजपा हर साल उनकी जयंती पर विशेष आयोजन करके उनकी स्मृति को जीवित रखती है और विचारधारा को आगे बढ़ाती है।
👉 कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह संगठनात्मक मजबूती, वैचारिक एकजुटता और कार्यकर्ताओं को दिशा देने का अवसर भी है।
