मुंबई। बॉलीवुड एक्टर बॉबी देओल (Bobby Deol) आजकल अपनी नई फिल्म The Bads of Bollywood और पहले Animal में दमदार अभिनय के बाद फिर से चर्चा में हैं। लेकिन उनका करियर हमेशा ऐसा नहीं रहा। एक दौर था जब उनका फिल्मी करियर लगभग ठहर सा गया था और इसी दौर में बॉबी देओल शराब की लत (Alcohol Addiction) के शिकार हो गए थे। हाल ही में उन्होंने राज शमानी के पॉडकास्ट में इस विषय पर खुलकर बात की और अपनी ज़िंदगी के सबसे कठिन दौर को साझा किया।

करियर की असफलता और शराब की शुरुआत
बॉबी ने स्वीकार किया कि जब उनके करियर में असफलताएँ आने लगीं और उन्हें लगातार काम नहीं मिल रहा था, तब उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया।
उनके अनुसार:
- “मैंने बहुत पीना शुरू कर दिया, बिना यह समझे कि शराब मेरे साथ क्या कर रही है। मैं दुनिया को मेरी क्षमता न पहचानने का दोष देता रहा। मुझे दूसरे एक्टर्स से जलन होती थी।”
- उन्होंने बताया कि वे सोचते थे कि दूसरे सितारे — जैसे सलमान खान और शाहरुख खान — सिर्फ इसलिए सफल हैं क्योंकि उन्हें ज्यादा मौके मिले, लेकिन असलियत यह थी कि वे अपनी कड़ी मेहनत और कॉन्फिडेंस से आगे बढ़े।
शराब का असर — मानसिक और पारिवारिक
बॉबी देओल ने कहा कि शराब पीने से वे और भी ज्यादा भावुक और कमजोर होते चले गए।
- “उस समय शराब ही मेरा एकमात्र सहारा थी। मैं रोज पीता था, लेकिन परिवार मुझसे डरता था।”
- उन्होंने एक भावुक किस्सा साझा किया — एक दिन उनके बेटे ने अपनी मां (तान्या देओल) से कहा: “मां आप रोज काम पर जाती हो, लेकिन पापा घर पर ही रहते हैं।”
यह सुनकर बॉबी को गहरा झटका लगा और उन्होंने सोचना शुरू किया कि वे अपने बेटे के लिए किस तरह के पिता साबित हो रहे हैं।
शराब की असलियत पर बॉबी की सोच
उन्होंने साफ कहा कि शराब सच्चाई नहीं बुलवाती, बल्कि आपके अंदर का दर्द बाहर लाती है:
- “लोग सोचते हैं कि शराब लोगों से सच बुलवाती है, लेकिन यह सच नहीं है। यह सिर्फ आपके अंदर का दर्द है जो बाहर निकलता है।”
- उन्होंने यह भी माना कि इस दर्द का खामियाजा उनके सबसे करीबी लोग — पत्नी और बच्चे — भुगतते थे।
शराब छोड़ने का फैसला
बॉबी देओल ने आखिरकार शराब छोड़ दी और उन्होंने गर्व से कहा कि उन्हें इसे छोड़े एक साल से ज्यादा हो चुका है।
- “शराब आपके दिमाग को खराब कर देती है। आपको पता नहीं चलता कि आप क्या कह रहे हैं। यह सिर्फ गुस्सा है… लेकिन मैंने इसे छोड़ दिया। अब मैं आजाद हूं।”
नतीजा और आज की स्थिति
- इस बदलाव ने बॉबी देओल को नया आत्मविश्वास दिया।
- Animal जैसी फिल्मों और अब The Bads of Bollywood से उन्हें नए प्रोजेक्ट्स और सफलता मिली है।
- उनकी यह ईमानदार स्वीकारोक्ति इस बात की मिसाल है कि चाहे परिस्थिति कितनी भी खराब क्यों न हो, इंसान अगर ठान ले तो जिंदगी बदल सकता है।
👉 संक्षेप में, बॉबी देओल की यह कहानी सिर्फ एक्टर की नहीं, बल्कि हर उस इंसान की है जो मुश्किल वक्त में गलत रास्ते की तरफ खिंच जाता है। उनका अनुभव बताता है कि बदलाव की शुरुआत आत्मचिंतन और परिवार के लिए जिम्मेदारी समझने से होती है।
