प्रवर्तन निदेशालय (ED) रायपुर ज़ोनल कार्यालय की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जा रहा है और सीधे तौर पर महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप और उससे जुड़े नेटवर्क से संबंधित है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
🔹 ED की बड़ी कार्रवाई – राष्ट्रीय स्तर पर
- अभियान: साइबर अपराध और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ ईडी ने देशव्यापी अभियान चलाया है।
- समन्वय बैठक: पिछले महीने श्रीनगर में ईडी निदेशक राहुल नवीन की अध्यक्षता में 2-दिवसीय बैठक हुई, जिसमें साइबर अपराध की जड़ों और उसके समाज पर असर की समीक्षा हुई।

- पाया गया:
- ठगी और पोंजी स्कीम्स के मास्टरमाइंड अक्सर विदेशों से संचालित होते हैं।
- पैसे की हेराफेरी हवाला और क्रिप्टो चैनलों के जरिए होती है।
- ऑनलाइन पेमेंट गेटवे की संलिप्तता की भी जांच चल रही है।
🔹 अब तक ED की राष्ट्रीय उपलब्धियां
- अपराध की आय (Proceeds of Crime – PoC) की पहचान: 28,000 करोड़ रुपये से अधिक
- अटैच की गई संपत्तियां: 8,500 करोड़ रुपये से ज्यादा
- गिरफ्तार आरोपी/संदिग्ध: 106 से अधिक
🔹 रायपुर जोनल कार्यालय की विशेष उपलब्धि
- रायपुर ED ऑफिस इस समय देश के सबसे बड़े साइबर अपराध मामले की जांच कर रहा है।
- यह मामला अवैध ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स (खासकर महादेव एप) से जुड़ा है।
- इसमें ₹8,000 करोड़ से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग का पता चला है।
- रायपुर इस मामले में मुंबई (₹6,000 करोड़), दिल्ली (₹5,300 करोड़) और हैदराबाद (₹2,600 करोड़) से आगे है।
🔹 महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप मामला
- PoC (अपराध से कमाई): 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा।
- छापेमारी: 160 से अधिक रेड।
- जब्ती:
- ₹19 करोड़ नकद
- ₹17 करोड़ के कीमती सामान
- ₹2,311 करोड़ बैंक और डीमैट खातों में फ्रीज
- गिरफ्तारी: अब तक 13 गिरफ्तारियाँ।
- मुख्य सरगना: विदेश (UAE) में मौजूद; भारत सरकार द्वारा प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी है।
🔹 महत्व (Significance)
- छत्तीसगढ़ (रायपुर) अब देश का सबसे बड़ा साइबर अपराध और बेटिंग घोटाला केंद्र बनकर सामने आया है।
- ED की यह कार्रवाई राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तर पर बड़ी बहस का कारण है — क्योंकि महादेव एप मामले में छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानीय नेताओं और कारोबारियों के नाम भी पहले मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आए थे।
- यह केस यह भी दिखाता है कि ऑनलाइन जुआ/सट्टेबाजी नेटवर्क कितना संगठित है — ऐप्स, हवाला, क्रिप्टो और विदेशी ठिकानों के जरिए पैसों का बड़ा खेल चल रहा है।
