पश्चिम बंगाल के पर्वतीय जिले दार्जिलिंग में लगातार हो रही भारी बारिश ने भीषण तबाही मचा दी है। लगातार बरसात से भूस्खलन और पुल टूटने की घटनाओं में अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि दो लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, मिरिक और सुखिया क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां कई घर भूस्खलन की चपेट में आ गए। दार्जिलिंग जिला पुलिस और एनडीआरएफ टीम राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं। भारी बारिश के कारण सड़क संपर्क बाधित है और कई गांवों का मुख्य मार्गों से जुड़ाव पूरी तरह टूट चुका है।
कालिम्पोंग और आसपास के इलाकों में स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। कई जगहों पर बिजली और संचार सेवाएँ ठप हैं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू सेंटर और अस्थायी शिविर बनाए हैं, जहाँ फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
🇮🇳 राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा —
“दार्जिलिंग में पुल ढहने की दुर्घटना और भूस्खलन में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारी बारिश और भूस्खलन की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।”
सरकारी एजेंसियां और स्थानीय प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेज करने में जुटे हैं।
