राजनांदगांव जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। बीते दिन अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में आवारा कुत्ते के घुसने की घटना ने प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल दी है। इस गंभीर मामले को लेकर आज एनएसयूआई (NSUI) ने जिला अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर विरोध दर्ज कराया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

एनएसयूआई नेताओं ने कहा कि यह घटना मरीजों की सुरक्षा और स्वच्छता पर सीधा प्रश्नचिह्न लगाती है। अस्पताल में आवारा कुत्तों की आवाजाही लगातार बनी रहती है, जिससे संक्रमण फैलने और दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।
एनएसयूआई ने उठाए सवाल — कहा, अस्पताल में कुप्रबंधन चरम पर
एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने बताया कि राजनांदगांव जिला अस्पताल में केवल सुरक्षा ही नहीं, बल्कि मशीनों की स्थिति भी बदहाल है।
सीटी स्कैन मशीन और एक्स-रे मशीन लंबे समय से खराब पड़ी हैं।
ब्लड सेपरेटर भी काम नहीं कर रहा, जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में स्वच्छता और स्टाफ व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए गए।
एक सप्ताह में सुधार नहीं तो आंदोलन की चेतावनी
एनएसयूआई ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि अगर अस्पताल में जल्द सुधार नहीं किया गया, तो वे जिला अस्पताल के सामने उग्र आंदोलन करेंगे।
एनएसयूआई नेताओं ने यह भी कहा कि राजनांदगांव के विधायक पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष हैं, फिर भी उनके ही क्षेत्र का जिला अस्पताल इस तरह की बदहाल स्थिति में है — यह चिंताजनक है।
