छत्तीसगढ़ की राजनीति में चल रहे भाजपा बनाम कांग्रेस के तीखे बयानबाज़ी के दौर की एक अहम झलक है।
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, भाजपा विधायक अजय चंद्राकर और कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय के बीच तीन-तरफा जुबानी जंग देखने को मिल रही है।
आइए इसे विस्तार से, चरणबद्ध और विश्लेषणात्मक रूप में समझते हैं 👇
🗳️ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर बनाम भूपेश बघेल — बयानबाज़ी का नया दौर
🔹 मामला क्या है?
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने व्यापारी हेमंत चंद्राकर से जुड़ी बात उठाई थी।
इसी पोस्ट को लेकर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सीधे और तीखे शब्दों में पलटवार किया।

🧨 अजय चंद्राकर का हमला — “कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं”
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल पर करारा प्रहार करते हुए कहा 👇
“भूपेश बघेल का किसी भी एजेंसी पर टिप्पणी करना अब पैशन बन गया है।
कहने को वो राजनीतिक नेता हैं, मगर उनके पास अब कोई मुद्दा नहीं है।
कांग्रेस जनहित के मुद्दों से वर्षों पहले कट चुकी है।”
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर व्यंग्य करते हुए कहा कि अब पार्टी में न कार्यकर्ता बचे हैं, न मुद्दे —
“कांग्रेस में जितने लोग हैं, सभी किसी न किसी पद के दावेदार हैं।
12, 24 या 36 बिंदुओं का पहाड़ा गिन लें — कांग्रेस के पास चेहरों को उबारने का कोई तरीका नहीं है।
पार्टी में सभी चेहरों पर कालिख लगी हुई है।”
🧩 कांग्रेस पर व्यंग्य — “सहानुभूति योग्य है कांग्रेस की बदहाली”
अजय चंद्राकर ने आगे कहा,
“कांग्रेस की हालत पर सहानुभूति व्यक्त की जा सकती है।
कांग्रेस की अंत्येष्टि करने के लिए छत्तीसगढ़ में उनकी पर्याप्त संख्या है।”
उन्होंने कांग्रेस के “संगठन सृजन अभियान” पर भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस “अब संगठन नहीं, बल्कि स्वघोषित आकांक्षी नेताओं का समूह” बन गई है।
🔥 गांधी परिवार पर तंज — “गांधी परिवार की आलोचना करना कांग्रेसियों के लिए पाप”
अजय चंद्राकर ने कांग्रेस के हार के कारणों पर तंज कसते हुए कहा —
“राहुल गांधी को पाक-साफ रखने के लिए कांग्रेस को किसी न किसी को दोष देना पड़ता है।
गांधी परिवार के कारण हारे, ऐसा कहना कांग्रेसियों के लिए ब्रह्महत्या के बराबर का पाप है।”
🗳️ बिहार चुनाव को लेकर भूपेश बघेल पर टिप्पणी
अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल की बिहार में कांग्रेस के “सीनियर ऑब्जर्वर” के रूप में नियुक्ति पर भी चुटकी ली —
“कांग्रेस में उन्हें ऑब्जर्वर बना दें या कुछ भी बना दें…
सवाल यह है कि वे कितनी सीटें लाएंगे?
वे बड़े भाई की भूमिका निभाएंगे या छोटे भाई की?”
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता जहां ड्यूटी लगती है, वहां काम करने जाते हैं, जबकि कांग्रेस नेता सिर्फ प्रचार करने जाते हैं।
🧑🎓 एनएसयूआई के प्रदर्शन पर भी टिप्पणी
अजय चंद्राकर ने NSUI के आज होने वाले प्रदर्शन पर व्यंग्य किया —
“क्या NSUI के लोग अब पढ़ना-लिखना छोड़ चुके हैं?
क्या उनके पास अब कोई शैक्षणिक मुद्दा नहीं बचा है?
फिर भी मैं गृह मंत्री से कहूंगा कि बच्चों पर कार्रवाई न करें।”
यह बयान दरअसल गृह मंत्री निवास के घेराव को लेकर NSUI के आंदोलन पर प्रतिक्रिया थी (जो रायपुर में आयोजित हो रहा है)।
🔁 कांग्रेस का पलटवार — विकास उपाध्याय का बयान
कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने अजय चंद्राकर के बयान पर तीखा जवाब देते हुए कहा —
“कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है।
भाजपा में किस तरह के लोग पदाधिकारी बनते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है।
कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है।
अजय चंद्राकर का दिमाग खराब हो गया है,
कैबिनेट मंत्री नहीं बन पाए, इसलिए पागल हो गए हैं।”
💬 गांधी परिवार पर दिए गए “ब्रह्महत्या” वाले बयान पर पलटवार
विकास उपाध्याय ने कहा —
“अजय चंद्राकर अपने नेताओं को खुश करने के लिए अलग-अलग बयान देते हैं।
वे खुद नहीं जानते कि उनकी कार्यशैली क्या है।
भाजपा गांधी परिवार पर हमले कर देश की एकता तोड़ना चाहती है।”
🗳️ बिहार चुनाव पर जवाब
“बिहार में भाजपा की एलायंस सरकार है,
भाजपा ने निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर 65 लाख लोगों के नाम वोटर लिस्ट से कटवाए हैं।
राहुल गांधी की यात्रा में भीड़ देखकर भाजपा नेताओं के पैरों तले जमीन खिसक रही है।”
🩳 भाजपा महामंत्री नवीन मार्कण्डेय के बयान पर पलटवार
बीजेपी प्रदेश महामंत्री नवीन मार्कण्डेय ने कांग्रेस को “चड्डी बनियान गिरोह” कहा था।
इस पर विकास उपाध्याय ने करारा जवाब दिया —
“भाजपा खुद ‘हाफ पैंट पार्टी’ है।
वो हॉफ पैंट पहनकर जनता को बेवकूफ बना रही है।
भाजपा लाठी-डंडे के दम पर लोगों को जबरदस्ती संगठन में शामिल कर रही है।
जबकि कांग्रेस प्यार से संगठन चलाती है।”
🧭 राजनीतिक पृष्ठभूमि और विश्लेषण
यह पूरा बयानबाज़ी सिलसिला राज्य में बढ़ती राजनीतिक गर्माहट को दर्शाता है —
- कांग्रेस एक ओर भाजपा सरकार पर हमले तेज़ कर रही है,
- तो भाजपा भूपेश बघेल और कांग्रेस संगठन की कमजोरी पर प्रहार कर रही है।
इस तरह के तीखे संवाद राज्य में आने वाले पंचायत चुनावों और 2026 के लोकसभा उपचुनावों की रणनीति से भी जुड़ते हैं।
🧩 संक्षेप में — मुख्य बिंदु
| विषय | विवरण |
|---|---|
| मुख्य पात्र | अजय चंद्राकर (भाजपा विधायक), भूपेश बघेल (पूर्व मुख्यमंत्री), विकास उपाध्याय (कांग्रेस नेता) |
| विवाद की शुरुआत | भूपेश बघेल के व्यापारी हेमंत चंद्राकर से जुड़े पोस्ट पर |
| अजय चंद्राकर का आरोप | कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं, एजेंसियों को दोष देना आदत |
| गांधी परिवार पर टिप्पणी | “गांधी परिवार की आलोचना पाप के बराबर” |
| कांग्रेस पर व्यंग्य | “कांग्रेस में आदमी नहीं, सिर्फ दावेदार बचे हैं” |
| भूपेश बघेल पर तंज | “बिहार में कितनी सीटें लाएंगे?” |
| NSUI पर बयान | “क्या छात्रों ने पढ़ना छोड़ दिया?” |
| विकास उपाध्याय का पलटवार | “अजय चंद्राकर पागल हो गए हैं, मंत्री नहीं बन पाए इसलिए बौखलाए हैं” |
| भाजपा पर आरोप | “भाजपा जबरदस्ती संगठन चला रही है” |
