यह घटना जांजगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण स्थित बॉम्बे मार्केट में घटी, जहां मंगलवार की आधी रात करीब 1:30 बजे एक भीषण आगजनी की घटना हुई। त्योहारी सीजन (नवरात्रि और दिवाली) के बीच जब बाजार में रौनक थी, तब इस हादसे ने स्थानीय व्यापारियों को गहरा आर्थिक नुकसान पहुंचाया और इलाके में दहशत का माहौल बना दिया।

🔥 कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सबसे पहले चित्रा इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान से धुआं उठता दिखा। कुछ ही मिनटों में आग इतनी तेज़ी से फैली कि उसने कलकत्ता होजरी, बॉम्बे साड़ी हाउस, और बॉम्बे शू हाउस जैसी चार बड़ी दुकानों को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया।
इसके बाद आस-पास की तीन से चार छोटी दुकानों—जिनमें जूते-चप्पल, प्लास्टिक और चूड़ी की दुकानें शामिल थीं—में भी आग फैल गई।

🚒 राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, अग्निशमन विभाग, और होमगार्ड की टीमों को तत्काल मौके पर बुलाया गया।
साथ ही न्यूको सीमेंट, केसके, और पीआईएल कंपनियों की फायर ब्रिगेड गाड़ियाँ भी रातभर आग बुझाने में जुटी रहीं।
हालांकि, आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि सुबह तक धुआं और लपटें उठती रहीं, और फायर ब्रिगेड को कई घंटे तक संघर्ष करना पड़ा।
💰 नुकसान और कारण
- प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, करीब 50 से 60 लाख रुपये का नुकसान हो सकता है।
- दुकानों में रखा इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े, जूते, प्लास्टिक आइटम्स और नकदी पूरी तरह जलकर खाक हो गए।
- फिलहाल आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि यह संभवतः शॉर्ट सर्किट या जनरेटर ओवरलोडिंग के कारण हुई दुर्घटना हो सकती है।
- अग्निशमन विभाग ने फॉरेंसिक जांच और सुरक्षा ऑडिट कराने की सिफारिश की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव हो सके।
🏬 प्रशासन की कार्रवाई
- शिवरीनारायण थाना पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
- एसडीएम और तहसीलदार ने भी मौके का निरीक्षण किया और नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है।
- स्थानीय व्यापारिक संगठन ने प्रशासन से प्रभावित व्यापारियों के लिए आर्थिक सहायता और बीमा दावे के शीघ्र निपटारे की मांग की है।
😔 स्थानीय प्रतिक्रिया
इस हादसे से व्यापारियों में गहरा आक्रोश और दुख है। कई दुकानदारों ने बताया कि वे दिवाली सीजन के लिए नया स्टॉक मंगाए थे, जो अब पूरी तरह जल गया।
स्थानीय निवासी और व्यापारी संघ ने कहा —
“सरकार और प्रशासन को बाजारों में अग्निशमन की स्थायी व्यवस्था करनी चाहिए। यह हादसा चेतावनी है कि छोटे कस्बों में भी सुरक्षा मानक सख्त किए जाएं।”
