छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राजभवन में माननीय राज्यपाल श्री रमेन डेका से सौजन्य भेंट कर दिवाली की शुभकामनाएँ पेश कीं। राज्यपाल ने भी उन्हें बधाई और मंगलकामनाएँ दीं। यह कार्यक्रम पारंपरिक शिष्टाचार और त्योहार के मौके पर नेताओं के आपसी सौहार्द को दर्शाता है।

कार्यक्रम का विवरण
- स्थान: राजभवन, छत्तीसगढ़।
- उपस्थित लोग: मुख्य रूप से नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और राज्यपाल श्री रमेन डेका। मीडिया कवरेज/वीडियो में कभी-कभी सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की उपस्थिति भी दिखी है
- स्वरूप: शिष्टैच्छिक भेंट — पारंपरिक विश्राम-बातचीत, दिवाली की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान और कुछ औपचारिक बातचीत। आधिकारिक राजभवन/गवर्नर के सोशल मीडिया पोस्ट में भी यही छोटा-सा ब्यौरा प्रकाशित किया गया है।
क्या मायने रखता है (राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ)
- परंपरा व शिष्टाचार: त्योहारों (विशेषकर दिवाली) के दौरान शासकीय/राजनीतिक हस्तियों का आपसी सौहार्द दिखाने के लिए ऐसे दौरों का ऐतिहासिक महत्व रहता है — ये सार्वजनिक तौर पर एक मित्रतापूर्ण संदेश भी भेजते हैं.
- राजनीतिक संकेत: भेंट स्वयं में कोई राजनीतिक पॉलिसी-घोषणा नहीं है, पर मीडिया और जनता इसे शिष्टाचार और सार्वजनिक सामंजस्य के रूप में लेते हैं — खासकर जब विपक्ष और राज्य के गणमान्य व्यक्ति एक-दूसरे से मिलते हैं। इससे यह संदेश जाता है कि त्योहार के मौके पर राजनीतिक शीतलता बनी हुई है।
- स्थानीय माहौल: राजभवन की आधिकारिक टिप्पणियाँ/पोस्ट और स्थानीय मीडिया कवरेज इस घटना को छोटे-मोटे सामाजिक-राजनीतिक कार्यक्रम के रूप में रिपोर्ट कर रहे हैं — इसका उद्देश्य मुख्यतः शुभकामनाओं का आदान-प्रदान दिखाना है।
