हर्षवर्धन राणे की फिल्म “Ek Deewane Ki Deewaniyat” ने अपने पहले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अब तक की अपनी सबसे ऊँची कमाई दर्ज की है।
यह इस बात का प्रमाण है कि रोमांटिक-ड्रामा शैली अभी भी दर्शकों को पटका रहा है।
फिल्म का आधार
- इस फिल्म का निर्देशन Milap Zaveri ने किया है, जिसमें मुख्य भूमिका में Harshvardhan Rane और Sonam Bajwa हैं।
- रिलीज़ डेट: 21 अक्टूबर 2025 को दिवाली के मौके पर रिलीज हुई थी।
- बजट लगभग ₹25 करोड़ बताया गया है।
बॉक्स-ऑफिस पर प्रदर्शन
- ओपनिंग (पहला दिन): लगभग ₹8.50 करोड़।
- दूसरे दिन तक कुल लगभग ₹16.50 करोड़ हो गए।
- छठे दिन तक फिल्म ने भारत में लगभग ₹38 करोड़ नेट कमा लिए थे।
- एक हफ्ते के करीब में दावा है कि यह करीब ₹44.85 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

क्यों ये रिकॉर्ड-ट्रैकिंग माना जा रहा है?
- बजट कम थी (~₹25 करोड़) और फिल्मों को अच्छा मुनाफा कम करना कठिन माना जाता है, लेकिन यह फिल्म अपेक्षाकृत बेहतर शुरू हुई।
- मुख्य अभिनेता Harshvardhan Rane के पिछले फिल्मों की तुलना में यह उनकी सफल फिल्मों में से एक बन सकती है। (रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उनकी अब तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन सकती है)
- यह ज़ाहिर करती है कि रोमांटिक-ड्रामा शैली अभी भी दर्शकों को आकर्षित कर सकती है — बशर्ते वह “भावना”, “कहानी”, “कास्टिंग” आदि सही हों। रिपोर्ट में यही कहा गया है।
किन बातों ने इसे मदद की?
- रिलीज़ टाइमिंग: दिवाली के मौके पर रिलीज़ होना — त्योहार पर लोगों को फिल्म-सिनेमा देखने की प्रवृत्ति होती है।
- विपरीत प्रतिस्पर्धा: जबकि अन्य बड़े बजट फिल्मों से मुकाबला था, इस फिल्म ने “कम बजट/कम स्टार-वैल्यू” की बाधाओं को कुछ हद तक पार किया।
- शब्द-मुहफूज़ (Word-of-mouth): शुरुआती दिनों के बाद सोशल मीडिया और दर्शकों की प्रतिक्रिया से यह विश्वास जगा कि फिल्म “देखी जा सकती है”। (रिपोर्ट में कहा गया है कि सुबह की शोज़ में कम उपस्थिति थी लेकिन दोपहर-शाम में बढ़.
कुछ चुनौतियाँ / ध्यान देने योग्य बातें
- दृश्य-प्रतिस्पर्धा: प्रतियोगी फिल्मों के साथ स्क्रीन शेयरिंग और रिलीज टाइमिंग की चुनौतियाँ थीं।
- समीक्षाएँ मिलीजुली थीं — फिल्म की कहानी-ढांचा कुछ लोगों को “फॉर्मूला” लगा।
- शुरुआती दिन के बाद कुछ गिरावट देखने को मिली थी, जिसका संकेत है कि टिकाऊ सफलता के लिए लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
निष्कर्ष
तो यह कहा जा सकता है कि “Ek Deewane Ki Deewaniyat” ने अपने लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म बना लिया है — न सिर्फ Harshvardhan Rane के लिये बल्कि यह यह प्रमाण भी देता है कि रोमांटिक-ड्रामा शैली अभी भी प्रभावी हो सकती है जब उसे सही समय, सही बजट एवं सही प्रस्तुति के साथ रिलीज़ किया जाए।
अगर यह आगे टूटती नहीं रही और स्क्रीन्स, प्रचार, दर्शक-रुझान सही रहे, तो यह “सक्सेस स्टोरी” बन सकती है।
