यह दौरा धार्मिक श्रद्धा और सरकारी कार्यक्रम—दोनों का समावेश लिए हुए है। आइए विस्तार से समझते हैं 👇
🕊️ सुबह का कार्यक्रम — छठ महापर्व में आस्था का प्रदर्शन
🔸 छठ पूजा-अर्चना, कुनकुरी घाट पर
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंगलवार सुबह तड़के अपनी पत्नी कौशल्या साय के साथ कुनकुरी के छठ घाट पहुंचे।
- वहाँ उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और पूजा-अर्चना की।
- उन्होंने प्रदेश की खुशहाली, समृद्धि, जनता के स्वास्थ्य और कल्याण की कामना की।
- सीएम साय ने छठ व्रती महिलाओं को शुभकामनाएँ दीं और कहा कि छठ महापर्व “लोक आस्था और संयम का पर्व” है।
मुख्यमंत्री ने कहा —
“छठी मइया और भगवान सूर्य से प्रार्थना करता हूँ कि वे छत्तीसगढ़ की धरती पर शांति, सुख और समृद्धि बनाए रखें।”

🛕 जगन्नाथ मंदिर में दर्शन
- छठ घाट से पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री जगन्नाथ मंदिर, कुनकुरी पहुंचे।
- वहाँ उन्होंने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन कर राज्य की उन्नति, जनता के कल्याण और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ के संकल्प की प्रार्थना की।
🕗 ग्राम बेमलाटोली का दौरा
- मुख्यमंत्री का अगला पड़ाव ग्राम बेमलाटोली (जशपुर जिला) रहा।
- वे सुबह 7:40 बजे गाँव पहुँचे, जहाँ स्थानीय प्रतिनिधियों और ग्रामीणों से भेंट की।
- यहाँ उन्होंने विकास कार्यों की स्थिति की जानकारी ली और ग्राम पंचायत स्तर पर योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की।
- 8:10 बजे सीएम अपने गृहग्राम बगिया लौट आए।
🚗 दोपहर का कार्यक्रम — आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान
- मुख्यमंत्री का अगला बड़ा कार्यक्रम फरसाबहार विधानसभा क्षेत्र में निर्धारित है।
- वे दोपहर 2:00 बजे फरसाबहार पहुँचेंगे।
- यहाँ वे “विधानसभा सम्मेलन – आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान” में शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में—- आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
- स्थानीय उद्यमियों, किसानों और युवाओं को प्रोत्साहन योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
- मुख्यमंत्री इस अवसर पर लाभार्थियों को चेक, प्रमाण पत्र और योजनाओं से जुड़ी सामग्री वितरित करेंगे।
🌇 शाम का कार्यक्रम — बगिया में रात्रि विश्राम
- फरसाबहार के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शाम 3:55 बजे अपने गृहग्राम बगिया वापस लौटेंगे।
- यहीं पर वे रात्रि विश्राम करेंगे।
- अधिकारियों के अनुसार, अगले दिन मुख्यमंत्री का कार्यक्रम जशपुर और आसपास के विकासखंडों में जनसंपर्क व समीक्षा बैठकों के रूप में जारी रहेगा।
📰 संक्षेप सारणी
| समय | स्थान | कार्यक्रम का विवरण |
|---|---|---|
| सुबह (छठ पर्व) | कुनकुरी छठ घाट | सूर्य अर्घ्य, पूजा-अर्चना, जनता की समृद्धि की कामना |
| सुबह (बाद में) | जगन्नाथ मंदिर | भगवान जगन्नाथ के दर्शन, राज्य की उन्नति की प्रार्थना |
| 7:40 बजे | ग्राम बेमलाटोली | ग्रामीणों से भेंट, विकास कार्यों की समीक्षा |
| 8:10 बजे | गृहग्राम बगिया | वापसी |
| दोपहर 2:00 बजे | फरसाबहार | विधानसभा सम्मेलन – आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान में भागीदारी |
| शाम 3:55 बजे | गृहग्राम बगिया | वापसी और रात्रि विश्राम |
✨ संदेश और महत्त्व
- मुख्यमंत्री का यह दौरा धार्मिक श्रद्धा, जनता से जुड़ाव और शासन-प्रशासन की सक्रियता का मिश्रण है।
- उन्होंने छठ पर्व के माध्यम से प्रदेश की सांस्कृतिक परंपरा को सम्मान दिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के जरिये विकास का संदेश दिया।
- इस पूरे दौरे का केंद्रबिंदु रहा — “आस्था, आत्मनिर्भरता और जनसंपर्क”।
