प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ के नए विधानभवन का उद्घाटन किया और इसे “लोकतंत्र का तीर्थस्थल” कहा। उन्होंने कहा कि यह भवन राज्य के 25 वर्षों की आकांक्षाओं, संघर्षों और उपलब्धियों का प्रतीक है।
भवन आधुनिक तकनीक और छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक लिए बना है, जो पारदर्शिता, जवाबदेही और विकास का प्रतीक है।
मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी, जिनके निर्णय से 2000 में यह राज्य बना था।
साथ ही उन्होंने राज्य को नक्सलवाद से विकास की दिशा में बढ़ते मॉडल राज्य के रूप में सराहा।
आज नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नया विधानभवन (नवा रायपुर में) का उद्घाटन किया है, और इस मौके पर उन्होंने इसे “लोकतंत्र का तीर्थस्थल” कहा।

🔍 मुख्य बिंदु
- उद्घाटन व संदर्भ
- इस उद्घाटन का प्रतीक है कि छत्तीसगढ़ राज्य ने अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे किये हैं।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भवन सिर्फ विधायी सभा का भवन नहीं है, बल्कि राज्य की आकांक्षाओं, संघर्षों और उपलब्धियों का प्रतीक है।
- उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी क्योंकि उनके समय में यह राज्य बना था।
- भवन की विशेषताएँ (डिज़ाइन, तकनीक, संस्कृति)
- भवन को “ग्रीन बिल्डिंग” की अवधारणा पर तैयार किया गया है — अर्थात् पर्यावरण-अनुकूल डिजाइन, सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन आदि।
- भवन का डिजाइन छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक तत्वों को समाहित करता है — आदिवासी कला-शैली, स्थानीय कलाकृतियाँ, राज्य की विरासत को श्रद्धांजलि.
- प्रधानमंत्री ने कहा: “हर स्तंभ पारदर्शिता का प्रतीक है, हर गलियारा जवाबदेही का स्मरण कराता है, हर कक्ष जनता की आवाज़ का प्रतिबिम्ब है।”
- राजनीतिक-सामाजिक महत्व
- यह भवन राज्य की नई-नई शुरुआत का चिन्ह है, जब 2000 में यह राज्य बना था तब साधारण भवनों/अस्थायी सभाओं में काम चलता था।
- प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य ने एक समय में माओवादी/नक्सली प्रभाव वाली स्थिति से निकल कर विकास-पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है।
- यहाँ से अब विधायक, सरकारें, जनता मिल कर “जनकल्याण, विकास, जवाबदेही” के लक्ष्यों को आगे ले सकती हैं। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं, आदिवासियों का उल्लेख किया।
- भविष्य-दृष्टि / प्रेरणा
- प्रधानमंत्री ने कहा कि इस भवन का उद्घाटन एक जिम्मेदारी का आरंभ भी है — अब इस स्थान से उठने वाले निर्णय, बोली गई बातें, बनेंगी छत्तीसगढ़ की दिशा।
- उन्होंने युवाओं से कहा कि यह उनका समय है, कोई लक्ष्य बड़ा नहीं है, सरकार उनकी हर कदम पर साथ है।
🧭 क्यों महत्वपूर्ण है?
- इस भवन के माध्यम से यह संदेश जाता है कि शासन-प्रक्रिया आधुनिक हो रही है, लोकतंत्र की प्रक्रिया को दिखावा नहीं बल्कि भावना व भागीदारी दी जा रही है।
- छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक-भूगोलिक विशेषताओं को प्रशासनिक भवन में शामिल करना यह बताता है कि विकास केवल भौतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक + मानव-केंद्रित है।
- नक्सली/माओवादी प्रभाव वाले पिछड़े इलाकों में अब ऐसे प्रतीकात्मक निवेश समाज-विश्वास बढ़ाते हैं, और लोगों का प्रशासन तथा संसाधनों से जुड़ाव बढ़ता है।
- 25 साल पूरे होने पर यह प्रतीक है कि राज्य ने प्रारंभिक चुनौतियों से निकल कर आगे बढ़ने की दिशा ली है—and अभी रास्ता लंबा है, पर एक बड़ा कदम लिया गया है।
