श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के आज के कार्यक्रम और श्रम विभाग की कार्यशाला का विस्तृत, साफ-सुथरा और विश्लेषणात्मक विवरण:
श्रम विभाग की कार्यशाला — विस्तृत विवरण
1. सुबह 11:00 बजे — CII MSME Conclave 2025 (विमतारा प्लेनरी हॉल, शंकर नगर, रायपुर)
श्रम, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री लखनलाल देवांगन सुबह 11 बजे
CII (Confederation of Indian Industry) द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ MSME कॉन्क्लेव 2025 में शामिल होंगे।
यह कार्यक्रम MSME सेक्टर की चुनौतियों, निवेश-आकर्षण, रोजगार सृजन, नई तकनीकों और राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
मंत्री का यहाँ पहुँचना इस बात का संकेत है कि सरकार MSME सेक्टर को
- अधिक सक्षम बनाने,
- नियम सरल करने,
- और रोजगार बढ़ाने की दिशा में सक्रिय है।

2. दोपहर 12:30 बजे — नवा रायपुर (मंडल कार्यालय) में महत्वपूर्ण बैठक
मंत्री देवांगन नवा रायपुर स्थित
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल कार्यालय में आयोजित मंडल की बैठक में शामिल होंगे।
यह बैठक मुख्यतः निम्न बिंदुओं पर केंद्रित रहने की संभावना है:
- भवन एवं निर्माण श्रमिकों के पंजीयन की गति बढ़ाना
- श्रमिक कल्याण योजनाओं (बीमा, दुर्घटना सहायता, शिक्षा सहायता, मातृत्व सहायता) की समीक्षा
- श्रमिकों को मिलने वाले लाभों के पारदर्शी वितरण पर चर्चा
- पोर्टल-आधारित सुविधाओं को और सुगम बनाना
यह बैठक श्रम कल्याण योजनाओं के अगले चरण की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिहाज़ से अहम मानी जा रही है।
3. दोपहर 3:10 बजे — श्रम विभाग की कार्यशाला (न्यू सर्किट हाउस, रायपुर)
मंत्री देवांगन दोपहर 3:10 बजे न्यू सर्किट हाउस, रायपुर में
श्रम विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में शामिल होंगे।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है:
- श्रम कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा
- उद्योगों और श्रमिक संगठनों के साथ संवाद
- श्रम निरीक्षण की नीतियों में सुधार
- ई-गवर्नेंस आधारित श्रम सेवाओं को और सुचारु बनाना
- श्रमिक सुरक्षा, न्यूनतम मजदूरी, और कार्यस्थल सुरक्षा नियमों पर चर्चा
यह कार्यशाला श्रमिक-हित से सीधे जुड़े विभागों, अधिकारीगण, उद्योग प्रतिनिधियों और विशेषज्ञों के साथ व्यापक विमर्श का मंच होगी।
इस पूरे कार्यक्रम का महत्व
- यह तीनों कार्यक्रम (MSME Conclave, मंडल बैठक, श्रम विभाग कार्यशाला) मंत्री की उद्योग + श्रमिक + कल्याण — तीनों क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी को दर्शाते हैं।
- इससे राज्य में MSME विकास, श्रमिक कल्याण और औद्योगिक श्रम नीति को एक साथ मजबूत करने की रणनीति सामने आती है।
- सरकार का फोकस स्पष्ट है: उद्योग बढ़े, निवेश आए, रोजगार सृजित हों, और श्रमिकों की सुरक्षा व कल्याण सुनिश्चित हो।
