रायपुर में संविधान दिवस के अवसर पर आज “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” नामक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शामिल होकर संविधान के प्रति सम्मान और निष्ठा व्यक्त की। यह कार्यक्रम राजधानी के टाउन हॉल में आयोजित हुआ।

📌 संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री साय और उपस्थित जनसमूह द्वारा भारत के संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ से हुई।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह वाचन केवल शब्दों का उच्चारण नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति आस्था और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

📌 सीएम साय का संबोधन
मुख्यमंत्री ने कहा—
“विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत संविधान की शक्ति और भावना को आत्मसात करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहा है। संविधान हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समानता और नागरिक अधिकार देता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में आम नागरिक का विधायक और सांसद बन पाना संविधान द्वारा दिए गए अवसर, समावेशिता और लोकतांत्रिक ढांचे की मजबूत नींव का परिणाम है।

📌 छत्तीसगढ़ की भूमिका का उल्लेख
सीएम ने इस अवसर पर संविधान निर्माण में छत्तीसगढ़ से जुड़े प्रतिनिधियों के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि:
“संविधान सभा में छत्तीसगढ़ से जुड़े वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने जो योगदान दिया, वह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।”
📌 प्रदर्शनी और फिल्म का अवलोकन
कार्यक्रम के दौरान:
- मुख्यमंत्री ने संविधान आधारित प्रदर्शनी देखी
- संविधान पर निर्मित लघु फिल्म का अवलोकन किया
- जनप्रतिनिधियों और युवाओं के साथ सेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया
📌 उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
इस अवसर पर निम्न प्रमुख उपस्थित रहे—
- विधायक राजेश मूणत
- विधायक पुरंदर मिश्रा
- सांसद सुनील सोनी
- संस्कृति विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव
- बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन, विद्यार्थी और नागरिक
⭐ निष्कर्ष
यह कार्यक्रम संविधान दिवस की गरिमा को दर्शाता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संदेश इस बात पर केंद्रित रहा कि संविधान भारत की आत्मा है, और इसके सिद्धांतों एवं मूल्यों का पालन ही राष्ट्र को सशक्त, लोकतांत्रिक और समावेशी बनाए रखता है।
